मध्य प्रदेश: मेधा पाटकर का अनशन आठवें दिन भी जारी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: September 1, 2019 08:01 PM2019-09-01T20:01:53+5:302019-09-01T20:01:53+5:30
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के छोड़ा बड़ौद नर्मदा चुनौती सत्याग्रह आठवें दिन भी जारी रहा. छोड़ा बड़दा सहित चार स्थानों पर चल रहे इस सत्याग्रह पर बैठे हैं. छोड़ा बड़दा में सत्याग्रह कर रही मेधा पाटकर तबीयत आज खराब हुई, लेकिन उन्होंने शासन द्वारा भेजे चिकित्सकों से अपना स्वास्थ्य परीक्षण नहीं कराया.
नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर के द्वारा नर्मदा चुनौती अनिश्चितकालीन अनशन नर्मदा किनारे छोटा बड़दा में आज आठवें दिन भी जारी रहा. आज नर्मदा बचाओ आंदोलन की मेधा पाटकर आज तबीयत हुई, जिससे आंदोलनकारियों में चिंता भी नजर आई.
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले के छोड़ा बड़ौद नर्मदा चुनौती सत्याग्रह आठवें दिन भी जारी रहा. छोड़ा बड़दा सहित चार स्थानों पर चल रहे इस सत्याग्रह पर बैठे हैं. छोड़ा बड़दा में सत्याग्रह कर रही मेधा पाटकर तबीयत आज खराब हुई, लेकिन उन्होंने शासन द्वारा भेजे चिकित्सकों से अपना स्वास्थ्य परीक्षण नहीं कराया.
नर्मदा चुनौती सत्याग्रह के समर्थन में देशभर से लोग भी जुड़ रहे हैं. इस सत्याग्रह के तहत आज खलघाट से मोटर साइकिल रैली भी निकाली गइ. यह रैली नर्मदा घाटी के गांवों से घूमते हुए सत्याग्रह स्थल छोड़ बड़दा में समाप्त हुई. नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं के अनुसार कल सोमवार 2 सितंबर को पूरी नर्मदा घाटी में डूब प्रभावित अनशन करेंगे.
गृह मंत्री ने कहा पानी भरने के फैसले पर पुनर्विचार करे केन्द्र
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने कहा कि केंद्र सरकार को सरदार सरोवर बांध में 138 मीटर पानी भरने के फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए. बच्चन ने इंदौर में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि बांध में करीब 134 मीटर पानी भर चुका है, जिससे आस पास के गांव वालों को काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि तीन दिन के दौरे में मैंने खुद गांव वालों का हाल जाना, वहां भूकंप के झटके आ रहे हैं और धमाके हो रहे हैं. ऐसे में डूब प्रभावित क्षेत्र वालों की मांग है कि सरदार सरोवर बांध को 122 मीटर तक ही भरा जाए.
गृह मंत्री ने कहा कि उनकी मांग जायज है. गृह मंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार डूब प्रभावितों के साथ है और केन्द्र सरकार से भी बातचीत कर रही है. वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ को पूरी रिपोर्ट भी भेजी जा रही है, ताकि इस समस्या का उचित और जल्द हल निकाला जा सके.