आगमी विधान सभा चुनावों को लेकर एक से बढ़ कर एक अटकल बाजी सुनने को मिल रही है। से पहले यह बयान चौंकाने वाला था। 28 नवंबर को होने वाले मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव मतदान से पहले कांग्रेस के प्रत्याशी ने दावा किया है कि जीतने के पॉंच दिन बाद ही वह अपना सीट छोड़ देंगे।
मध्य प्रदेश के कोलारस सीट के उम्मीदवार ने किया दावा
मध्य प्रदेश के कोलारस सीट ने चुनाव में खड़े हुए कांग्रेस उम्मीदवार महेन्द्र यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने ही कहा कि अगर 11 दिसम्बर को नतीजे सामने आने के बाद जीत गया तो 16 दिसम्बर को इस्तीफा दे दूंगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के राज्य में चुनाव प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अपने बयान में इस बात की संभावन जताई है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- नहीं हूं मलेबाद हूं और घोषणावीर
इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'महेंद्र ने जो अभी-अभी भाषण में दावा किया है, वह संभंव हो सकता है।' इतना बोलकर इस मसले पर सिंधिंया चुप हो गए। इसके बाद उन्होंने मोदी सरकार और नरेन्द्र मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'ना मैं जुमलेबाद हूं और ना ही मैं घोषणावीर हूं, मैं बस मध्यप्रदेश की जनता के लिए तलवार और ढाल हूं। जो उनकी हमेशा ही रक्षा करेगी।'
खबरों के मुताबिक कांग्रेस ने यूं तो अपना मुख्यमंत्री पद का दावेदार की घोषणा नहीं की है लेकिन ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर कांग्रेस जीतती है तो ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री बन सकते हैं। इसी वजह से उनके समर्थक महेन्द्र यादव ने कहा है कि वह अपने सीट छोड़ देंगे।
छत्तीसगढ़ में भी चुनाव के बाद बीजेपी नेता ने इस्तीफे का किया था दावा
बता दें कि 12 नवंबर को छत्तीसगढ़ में हुए चुनाव के बाद भी बीजेपी नेता युद्धवीर सिंह जूदेव ने दावा किया था कि एक कांग्रेस का भावी विधायक उनके लिए सीट छोड़ देगा और फिर से चुनाव होंगे।
मध्य प्रदेश में 2003 से बीजेपी की सरकार है। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। प्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधान सभा के लिए चुनाव 28 नवंबर को होंगे।