मध्य प्रदेश: उपचुनाव के लिए थम गया चुनावी शोर, प्रचार के अंतिम दिन मैदान में उतरे दिग्गज, 3 नवंबर को होना है मतदान
By शिवअनुराग पटैरया | Published: November 1, 2020 08:53 PM2020-11-01T20:53:23+5:302020-11-01T20:53:23+5:30
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में हाटपिपल्या, आगर और ब्यावरा में रोड शो किए. इसके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती ने ग्वालियर चंबल क्षेत्र में कई सभाओं को लिया.
भोपाल: मध्य प्रदेश में तीन नवंबर को हो रहे 28 विधानसभा क्षेत्रों के उपचुनाव के लिए रविवार शाम 6 बजे प्रचार अभियान थम गया. राज्य की 28 में से अधिकांश सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है. ग्वालियर चंबल क्षेत्र की लगभग आधा दर्जन सीटों पर बसपा ने चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. चुनाव में प्रचार के आज अंतिम दिन भाजपा और कांग्रेस ने अपने सभी बड़े नेताओं को मैदान में उतार दिया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा के दूसरे बड़े नेताओं के साथ आज प्रचार अभियान चलाया. वहीं कांग्रेस के प्रचार अभियान को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ ही कांग्रेस के दूसरे बड़े नेताओं ने पूरी ताकत के साथ चलाया.
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में हाटपिपल्या, आगर और ब्यावरा में रोड शो किए. इसके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री उमाभारती ने ग्वालियर चंबल क्षेत्र में कई सभाओं को लिया. पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने ग्वालियर चंबल क्षेत्र में अनेक सभाओं को संबोधित किया. चुनाव प्रचार अभियान के इस अंतिम दौर में भाजपा और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत लगाई है.
राज्य विधानसभा के 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए बीते एक माह से चल रहा चुनावी प्रचार अभियान जमीनी मुद्दों के स्थान पर भावनात्मक मुद्दों और अरोपप्रत्यारोपों के बीच सिमट कर रह गया. चुनाव अभियान के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के द्वारा डबरा से भाजपा प्रत्याशी और महिला बाल विकास मंत्री को आइटम कहकर बुलाने पर, चुनाव आयोग ने तीन रोज पहले उनको स्टार प्रचारक की सूची से बाहर कर दिया.
इसको लेकर कमलनाथ सुप्रीम कोर्ट गए हुए हैं ऐसा नही कि कमलनाथ ने ही शब्दों की मर्यादा तोड़ी हो. भाजपा के प्रचारक भी कमलनाथ को लेकर शराबी कबाड़ी तक बोलते रहे. इसकों लेकर ही निर्वाचन आयोग ने डबरा से भाजपा प्रत्याशी और मंत्री के एक दिन प्रचार करने पर रोक लगा दी. इसी तरह की रोक उच्च शिक्षा मंत्री डा.मोहन यादव पर लगाई गई.
तय कार्यक्रम के अनुसार मध्यप्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 3 नवंबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 तक मतदान होगा. चुनाव के मैदान में कुल 355 उम्मीदवार हैं. चुनाव में भाजपा , कांग्रेस और बसपा ने सभी 28 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं. समाजवादी पार्टी के 14 उम्मीदवार मैदान में है. अन्य राजनीतिक दलों के अलावा 179 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में है.