मध्य प्रदेश चुनाव: 6 दिसंबर को कांग्रेस ने बुलाई सभी प्रत्याशियों की बैठक, भीतरघाती नामों का लगाएगी पता
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: December 4, 2018 04:35 AM2018-12-04T04:35:12+5:302018-12-04T04:35:12+5:30
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर 6 दिसंबर को राजधानी में कांग्रेस के सभी 229 प्रत्याशी और उनके साथ उनके चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाने वाले दो सदस्यों को भी बुलाया गया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा राजधानी भोपाल में 6 दिसंबर को बुलाई जा रही कांग्रेस के प्रत्याशियों की बैठक चर्चा का विषय बन गई है। बैठक में कांग्रेस द्वारा प्रत्याशियों से भीतरघातियों के नामों की जानकारी तो ली जाएगी, साथ ही जीत-हार को लेकर क्या स्थिति और आकलन है उसका फीडबेक लिया जाएगा। वहीं भाजपा ने इस बैठक को लेकर कहा कि कांग्रेस चुनाव हार रही है, इसीलिए वह बैठक कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर 6 दिसंबर को राजधानी में कांग्रेस के सभी 229 प्रत्याशी और उनके साथ उनके चुनाव में सक्रिय भागीदारी निभाने वाले दो सदस्यों को भी बुलाया गया है। बैठक को लेकर कांग्रेस ने तैयारियों भी शुरु हो गई है। बैठक में कांग्रेस के प्रत्याशियों से चुनाव जीतने की संभावना के साथ ही चुनाव प्रचार के दौरान उन्हे कहां और किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा इसकी जानकारी ली जाएगी।
इसके अलावा संगठन में नियुक्त किए गए नए पदाधिकारियों के कामों की समीक्षा भी इस बैठक में की जाएगी। बताया जा रहा है कि बैठक के हर विधानसभा क्षेत्र के ऐसे नेताओं की सूची तैयारी कराई जाएगी जिन्होंने इस चुनाव में अपनी सक्रिय भागीदारी का निर्वाहन नहीं किया है। वे निष्क्रिय रहे या फिर भीतरघात करते रहे। प्रत्याशियों ने ऐसे भीतरघातियों की सूची भी मांगी जाएगी। बैठक के दौरान जिलों के पदाधिकारियों के कामों की समीक्षा होगी। बताया जाता है चुनाव के दौरान जिन्हें पद दिए गए, उन्होंने किस तरह से अपने काम का निर्वहन किया और किस तरह की मेहनत की।
कांग्रेस की इस बैठक की जानकारी लगने के बाद कांग्रेस में जिन लोगों को पद मिले थे, वे अब सक्रिय होकर प्रत्याशियों के साथ लगातार बैठक कर अपने कामों की जानकारी भी दे रहे हैं। प्रयास यह किया जा रहा है कि उनके कामों की प्रत्याशी प्रशंसा करे, ताकि संगठन में वे अपनी स्थिति को मजबूत साबित कर सकें।
सूत्रों के अनुसार बैठक के बाद कांग्रेस द्वारा भीतरघातियों और निष्क्रिय सदस्यों पर कार्यवाही भी की जा सकती है। इसके साथ ही चुनाव के दौरान जिन्हें पद दिए गए, उसकी समीक्षा कर यह तय किया जाएगा कि जिनकी रिपोर्ट कमजोर रही है, उनके पास पद निरंतर बना रहे या फिर उन्हें पद से हटाया जाए। सूत्रों क माने तो कांग्रेस यह पूरी कवायद लोकसभा चुनाव को देखते हुए कर रही है।