मध्य प्रदेश चुनावः यहां 'हक' पर आया पाटीदार समाज, BJP की बढ़ी मुश्किलें
By बृजेश परमार | Published: October 31, 2018 08:34 PM2018-10-31T20:34:34+5:302018-10-31T20:34:34+5:30
मालवा-निमाड के 16 जिलों में वर्तमान में पाटीदार समाज के 3विधायक हैं। पार्टी की और से समाज को 2013 के चुनाव में 4टिकिट दिए गए थे । इसमें से समाज ने 3 प्रत्याशियों को जीत दिलाई।
पाटीदार समाज को भाजपा का परंपरागत वोट बैंक माना जाता है। भाजपा की उत्पत्ति के समय से पाटीदार समाज का एक बड़ा धड़ा पार्टी के साथ खड़ा रहा है।विधानसभा चुनाव 2018 में समाज “हक” मांगने खड़ा हो गया है।इसके चलते भाजपा की मुश्किलें और बढने के आसार बन गए हैं। पार्टी के लिए मंदसौर कांड पहले से ही आसपास के जिलों में विपरित हालात बनाए हुए हैं उस पर “हक” की बात सामने आने से भाजपा नेतृत्व के लिए नया संकट खड़ा हो गया है।समाज ने पार्टी से 8 से 10 टिकिट की मांग की है।
मालवा-निमाड के 16 जिलों में वर्तमान में पाटीदार समाज के 3विधायक हैं। पार्टी की और से समाज को 2013 के चुनाव में 4टिकिट दिए गए थे । इसमें से समाज ने 3 प्रत्याशियों को जीत दिलाई। पाटीदार समाज महिला मंडल प्रान्ताध्यक्ष श्रीमती पुष्पा पाटीदार के अनुसार पूर्व में पार्टी से हमें 7 टिकिट दिए जाते थे। बाद में पार्टी ने इसे कम कर 4 कर दिया जो कि मालवा निमाड के 45 विधानसभा क्षेत्रों में हमारे संख्या बल के आधार पर बहुत ही कम है।
इसे लेकर हमने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भोपाल में मुलाकात कर उन्हे अपना पक्ष मांग के अनुसार रख दिया था।इनके साथ ही मुख्यमंत्री को भी दो बार मुलाकात कर अपनी बात और “हक” से अवगत करवा दिया है।उनके अनुसार मालवा निमाड़ के 16 जिले में 45 विधानसभा को प्रभावित करने वाला पाटीदार समाज अब भाजपा में अपनी उपेक्षा से खुद को अपमानित समझ रहा है और किसान आन्दोलन के नाम पर जो दमन प्रशासन ने पाटीदार समाज का किया वह भूला नहीं पा रहा है। विगत् 15 वर्षों से मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार में समाज को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिल पा रहा है।
इससे पाटीदार समाज कुंठित है। पूर्व में पाटीदार समाज मध्यप्रदेश में एक लोक सभा सीट व सात विधान सभा में चुनाव लड़ता आ रहा है। वर्तमान में मात्र चार टिकिट दी जा रही है। यह आंकड़ा सामाजिक बाहुल्यता के आधार पर ठीक नहीं है।उन्होंने पार्टी को आगाह की स्थिति में कहा कि आगामी 2018 के विधान सभा चुनाव में 8 से 10 टिकिट पाटीदार समाज के व्यक्तियों को नहीं दिया तो इस बार हार्दिक पटेल की किसान क्रांति सेना का साथ देकर मालवा निमाड़ में भाजपा की राह में काफी परेशानी खड़ी कर सकता है। इसके लिये समाज के प्रमुख व्यक्तियों की रणनीति भी बन चुकी है।
श्री मती पाटीदार के अनुसार उन्हे भाजपा के टिकिट वितरण का इंतजार है, उसके पश्चात समाज के वरिष्ठ,युवा और महिला विंग बैठकर अपना निर्णय करेगी। उनका दावा था कि पाटीदार समाज निश्चित ही कभी भाजपा का अंग हुआ करता था इसे भाजपा खुद दूर कर रही है जो भाजपा के लिये आत्मघाती कदम होगा।उनका कहना है कि समाज ने 2013 में पार्टी को 75 फीसदी परिणाम दिया था। इस बार पार्टी हमें “हक” देती है तो 16 जिलों के 45 विधानसभा क्षेत्रों में हम समाज पूरे दमखम के साथ पिछली बार से बेहतर परिणाम देगा।