नई दिल्लीः कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 11 मार्च को कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस के कई नेताओं को कहना है कि यही सही नहीं हुआ।
वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि वह (ज्योतिरादित्य सिंधिया) मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त था और उसके पिता भी मेरे प्रिय मित्र थे। मैं बहुत दुखी हूं कि वह कांग्रेस छोड़कर चला गया। इस बीच राजस्थान के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
पायलट ने ट्वीट कर कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सिंधिया ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी से अपने को अलग करने का रास्ता अपनाया। चीजों को पार्टी के अंदर आपसी सहयोग से हल किया जा सकता था। मध्य प्रदेश के कद्दावर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया बुधवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल हो गए।
हालांकि कांग्रेस शासित राज्य राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर तंज कसा है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जाने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री कुछ तो बात होगी।
कांग्रेस के ‘‘वास्तविकता से दूर’’ होने का दावा करते हुए भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि विपक्षी दल अब पहले जैसी पार्टी नहीं रह गयी है और वहां ‘नई सोच, विचारधारा एवं नये नेतृत्व को मान्यता नहीं है। भाजपा मुख्यालय में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा के साथ मंच साझा करते हुए सिंधिया ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश-दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है और वह भविष्य की चुनौतियों को परखते हुए उसका क्रियान्वयन कर रहे हैं। मोदी के नेतृत्व में भारत का भविष्य सुरक्षित है।’’
सिंधिया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह आहत थे क्योंकि वह अपने पूर्व संगठन (कांग्रेस) में लोगों की सेवा नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने कहा, ‘‘अभी जो कांग्रेस पार्टी है, वह पार्टी नहीं है जो पहले थी ।’’ उन्होंने कांग्रेस छोड़ने के कारणों में ‘‘कांग्रेस पार्टी में वास्तविकता से इंकार’’ तथा ‘‘नई सोच, विचारधारा एवं नये नेतृत्व को मान्यता नहीं मिलना’’ बताया । सिंधिया ने कहा, ‘‘वहां (कांग्रेस) राष्ट्रीय स्तर और राज्य स्तर पर अलग अलग विडंबना है । ऐसे में मैंने यह निर्णय (भाजपा में शामिल होने) किया।’’
सिंधिया ने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में ‘‘एक सपना हमने पिरोया था, जब वहां सरकार बनी। लेकिन 18 महीने में वो सारे सपने बिखर गए। चाहे वो किसानों के ऋण माफ़ करने की बात हो, पिछले फसल का बोनस न मिलना हो... ओलावृष्टि से नष्ट फसल आदि का भी मुआवजा अब तक नहीं मिल पाया है।’’
मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर वचनपत्र पालन करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में किसान त्रस्त है, नौजवान परेशान है और रोजगार के अवसर नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश में ‘‘ट्रांसफर उद्योग चल रहा है, रेत माफिया चल रहा है।’’ उन्होंने कहा कि राजनीति का लक्ष्य जनसेवा का भाव होना चाहिए। राजनीति उस लक्ष्य की पूर्ति का माध्यम होना चाहिए । सिंधिया ने भाजपा में शामिल होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को धन्यवाद दिया।