मध्यप्रदेश: हारे मंत्रियों पर दाव लगा सकती है BJP, 10 सांसदों की खराब है परफार्मेंस रिपोर्ट
By राजेंद्र पाराशर | Published: January 22, 2019 08:12 AM2019-01-22T08:12:40+5:302019-01-22T08:12:40+5:30
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा अब लोकसभा चुनाव के लिए पूरी ताकत के साथ जुटी है. भाजपा के प्रदेश प्रभारी स्वतंत्रदेव सिंह और सहायक प्रभारी सतीश उपाध्याय ने दो दिनों की मशक्कत के बाद राज्य के सभी 29 सांसदों की परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार की.
मध्यप्रदेश में भाजपा लोकसभा चुनाव में हारे हुए मंत्रियों पर दाव लगाने की तैयारी कर रही है. आधा दर्जन हारे मंत्रियों ने भी इसके लिए सक्रियता दिखा रहे हैं. हारे मंत्रियों की सक्रियता तब ज्यादा बढ़ी जब भाजपा ने सांसदों की परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार की तो 10 सांसदों की रिपोर्ट खराब आंकी गई.
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद भाजपा अब लोकसभा चुनाव के लिए पूरी ताकत के साथ जुटी है. भाजपा के प्रदेश प्रभारी स्वतंत्रदेव सिंह और सहायक प्रभारी सतीश उपाध्याय ने दो दिनों की मशक्कत के बाद राज्य के सभी 29 सांसदों की परफार्मेंस रिपोर्ट तैयार की. इस रिपोर्ट वर्तमान सांसदों में से भाजपा के 10 सांसदों की रिपोर्ट खराब आंकी गई. इसकी जानकारी राष्ट्रीय संगठन को दी जा रही है.
भाजपा में इन 10 सांसदों के टिकट कटना तय माना जा रहा है. इस रिपोर्ट के साथ ही भाजपा जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश भी कर रही है. हालांकि भाजपा में भी प्रत्याशी चयन प्रक्रिया सर्वे के बाद ही तय होगी. सूत्रों की माने तो राजधानी में दो दिनों तक हुई पदाधिकारियों की बैठक में यह बात सामने आई कि हारे हुए मंत्रियों को मैदान में उतारा जाए. इस लिहाज से संगठन के सामने आधा दर्जन हारे मंत्रियों के नाम सामने आ रहे हैं. बताया जाता है कि ये आधा दर्जन मंत्री भी चुनाव मैदान में उतरने को लेकर सक्रिय है.
भाजपा के सामने हारे मंत्रियों के जो नाम सामने आए हैं उनमें ग्वालियर से जयभान सिंह पवैया, बुरहानुपर-खंडवा से अर्चना चिटनिस, भोपाल से उमाशंकर गुप्ता, भिंड से लाल सिंह आर्य के अलावा मुरैना से रुस्तम सिंह और खरगोन से बालकृष्ण पाटीदार का नाम सामने आया है. हालांकि संगठन ने अभी इनके नामों पर विचार नहीं किया है, मगर इन स्थानों पर पार्टी को जिताऊ प्रत्याशी नहीं मिला तो संगठन इन्हें चुनाव मैदान में उतार सकता है.
इन सांसदों की रिपोर्ट रही खराब
राजधानी भोपाल में दो दिनों तक चली पदाधिकारियों की बैठक के बाद जिन 10 सांसदों की परफार्मेंस रिपोर्ट खराब आंकी गई उनमें भोपाल के आलोक संजर, शहडोल के ज्ञानसिंह, खरगोन के सुभाष पटेल, धार की सावित्री सिंह, सागर के लक्ष्मीनारायण यादव, राजगढ़ के रोडमल नागर, भिंड के भागीरथ प्रसाद, मुरैना के अनूप मिश्रा, देवास के मनोहर ऊंटवाल और बैतूल की सांसद ज्योति धुर्वे के नाम सामने आया है. मनोहर ऊंटवाल वर्तमान में विधायक भी है, जिसके चलते उन्हें टिकट नहीं दिए जाने का फैसला भी संगठन कर सकता है.