उज्जैन: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दल कांग्रेस में भारी गहमागहमी मची हुई है। जैसे-जैसे चुनाव प्रचार तेज हो रहा है, दोनों दल जनता के बीच तरह-तरह के वादे की झड़ी लगा रहे हैं।
इसी क्रम में कांग्रेस के लिए प्रचार करते हुए सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उज्जैन में कहा कि अगर चुनाव बाद राज्य में कांग्रेस की सरकार बनती है तो यहां भी छत्तीसगढ़ सरकार की तर्ज पर 3 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से गाय का गोबर खरीदेंगे।
दिग्विजय सिंह ने यह बात बीते बुधवार शाम में कंप्यूटर बाबा की 'गौ माता बचाओ यात्रा' के समापन समारोह में कही।
दिग्विजय सिंह ने कहा, "हमारा उद्देश्य देश और प्रदेश में गायों की सेवा करना है। मैं यह भी कहना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ में सरकार 2 रुपये किलो में गाय का गोबर खरीदती है और यहां पर मैं भी वादा करता हूं कि अगर चुनाव के बाद यहां हमारी सरकार सत्ता में आती है तो हम 3 रुपए किलो की दर से गोबर खरीदेंगे। हमारा लक्ष्य है कि गाय के गोबर से जैविक खाद बनाकर हम इसे प्रदेश के किसानों को देंगे।"
इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने शिवराज सरकार को घेरते हुए इस बात का दावा किया कि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार ने गाय के लिए कुछ नहीं किया, जबकि सबसे साल 1994 में जब कांग्रेस की सरकार थी तो उस समय सबसे पहले गौ सेवा आयोग का गठन किया गया था।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस का मूल उद्देश्य है कि हमें गायों की रक्षा करनी है क्योंकि यह हमें दूध, गोमूत्रऔर गोबर देती है। गायों के कारण हमारा पोषण होता है। आज न केवल मध्य प्रदेश बल्कि पूरे देश में गायों की स्थिति बहुत खराब है। मध्य प्रदेश में भाजपा के कुछ लोग हैं, जो हमेशा धर्म के ठेकेदार रहे हैं। लेकिन उन्होंने गोरक्षा के नाम पर केवल राजनीतिक सौदेबाजी की है, गाय की सेवा नहीं की है।''
मालूम हो कि छत्तीसगढ की भूपेश बघेल सरकार ने साल 2020 में गोधन न्याय योजना की शुरूआत की थी। छत्तीसगढ़ सरकार ने जनता से 2 रुपये प्रति किलोग्राम पर गोबर खरीदना शुरू किया, जो बेहद लोकप्रिय योजना साबित हुई है।
छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई 2022 तक गोधन न्याय योजना के तहत सरकार ने गोबर खरीदी के एवज में पशुपालकों, ग्रामीणों और गोबर विक्रेताओं को 155 करोड़ 58 लाख रुपये का भुगतान किया गया है।