MP चुनावः BJP और कांग्रेस ने नहीं दिया टिकट तो दावेदारों ने बढ़ाया सपा-बसपा से संपर्क
By राजेंद्र पाराशर | Published: November 7, 2018 06:06 AM2018-11-07T06:06:18+5:302018-11-07T06:20:32+5:30
मध्य प्रदेश में टिकट वितरण के साथ ही भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के टिकट से वंचित दावेदारों ने अपने दलों में विरोध के बाद बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी से संपर्क बढ़ाया है।
मध्य प्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के टिकट वितरण होते ही दोनों दलों के टिकट से वंचित दावेदारों ने अब छोटे दलों बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी से संपर्क बढ़ाया है। ये दावेदार अब बागी होकर दूसरे दलों के टिकट पर मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। लंबे समय से बागियों का इंतजार कर रहे इन दलों में बसपा को पहली सफलता मिली जब ग्वालियर ग्रामीण के कांग्रेस के महासचिव और जनपद सदस्य साहब सिंह गुजर्र ने टिकट न मिलने से नाराज होकर बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया है।
दावेदारों ने बीएसपी और एसपी से साधा संपर्क
मध्य प्रदेश में टिकट वितरण के साथ ही भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के टिकट से वंचित दावेदारों ने अपने दलों में विरोध के बाद बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी से संपर्क बढ़ाया है। कांग्रेस से ज्यादा बागियों की संख्या इस बार भाजपा में नजर आ रही है। बसपा के संपर्क में महाकौशल, ग्वालियर-चंबल अंचल के भाजपा और कांग्रेस के दावेदार हैं। ग्वालियर ग्रामीण कांग्रेस के साहब सिंह गुजर्र ने बसपा का दामन थाम लिया है।
बसपा ने खेला दांव
साहब सिंह द्वारा बसपा की सदस्यता लेते ही बसपा ने ग्वालियर ग्रामीण से घोषित प्रत्याशी राम अवतार गुजर्र का नाम वापस ले लिया है। बसपा ने पूर्व में मुरैना में भी इसी तरह से प्रत्याशी को बदला था और अपने पूर्व विधायक बलवीर सिंह दंडोतिया को टिकट दिया था। पहले बसपा ने यहां पर रामप्रकाश राजौरिया को प्रत्याशी बनाया था। राजौरिया दंडोतिया के समधी हैं। बसपा को ग्वालियर-चंबल के अलावा महाकौशल में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के बागियों के दल में शामिल होने की उम्मीद है।
अखिलेश के संपर्क में कई दावेदार
बसपा के अलावा बागियों की राह देख रही समाजवादी पार्टी के संपर्क में भी भाजपा और कांग्रेस के टिकट से वंचित नेता आए हैं। इन नेताओं ने प्रदेश के नेताओं के माध्यम से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से संपर्क बढ़ाया है। बताया जाता है कि अखिलेश यादव से चर्चा के बाद दोनों दलों भाजपा और कांग्रेस के बागियों को टिकट देकर अपना प्रत्याशी बनाने का निर्णय सपा ने ले लिया है। जल्द ही सपा की ओर से बागियों को अपने दल में शामिल कर प्रत्याशियों की घोषणा की जाएगी।
भाजपा के पूर्व विधायक को सपाक्स ने दिया टिकट
शिवपुरी जिले के करैरा से बागी हुए पूर्व विधायक रमेश खटीक को सपाक्स ने अपना प्रत्याशी बनाया है। खटीक करैरा से टिकट की मांग कर रहे थे, मगर भाजपा ने यहां पर रामकुमार खटीक को प्रत्याशी बनाया है। खटीक के साथ करीब एक हजार से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं ने सपाक्स की सदस्यता ली है। खटीक ने भाजपा को भ्रष्ट पार्टी बताते हुए कहा कि टिकट का सौदा हुआ है, ऐसी भ्रष्ट पार्टी में रहने से कोई फायदा नहीं इसलिए 40 साल का त्याग कर मैं सपाक्स में शामिल हुआ हूं और चुनाव लडूंगा।
कई नेता कर रहे संपर्क
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप अहिरवार ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के कई नेता हमारे संपर्क में आए हैं, हम इन नेताओं को टिकट दे रहे हैं। ग्वालियर ग्रामीण से कांग्रेस से आए साहब सिंह को हमने प्रत्याशी बनाने की घोषणा कर दी है, वहां प्रत्याशी बदल दिया है। हमारे संपर्क में सबसे ज्यादा ग्वालियर-चंबल और महाकौशल के भाजपा के टिकट से वंचित नेता हैं।
सपा करेगी अच्छा प्रदर्शन
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता यश यादव ने बताया कि भाजपा और कांग्रेस से जिन नेताओं को टिकट नहीं मिला है, ऐसे नेता हमारे संपर्क में हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से इनको लेकर चर्चा हो गई है। हम जल्द ही रणनीति के तहत इन नामों की घोषणा करेंगे। यादव ने बताया कि इस बार प्रदेश में समाजवादी पार्टी पूरे प्रदेश में अपना अच्छा प्रदर्शन करेगी। यादव ने बताया कि हम प्रदेश में सौ से कम प्रत्याशी मैदान में उतारेंगे, अब तक हमने 4 सूचियां जारी कर 21 प्रत्याशियों की घोषणा की है। अगली सूचियों में भाजपा, कांग्रेस के नेताओं के चेहरे दिखाई देंगे।