मध्य प्रदेश: कमलनाथ के इस्तीफे के संकेत से दिल्ली तक सक्रिय कई कांग्रेसी, सिंधिया माने तो अजय बन सकते हैं अध्यक्ष
By राजेंद्र पाराशर | Published: June 29, 2019 07:21 PM2019-06-29T19:21:45+5:302019-06-29T19:21:45+5:30
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चल रहे नामों में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया का खुद का नाम भी सिंधिया समर्थक आगे बढ़ा रहे हैं. सिंधिया समर्थकों का मानना है कि वे अब प्रदेश की कमान संभालें और संगठन को मजबूत करें.
मध्य प्रदेशकांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए आधा दर्जन दावेदारों के नामों की चर्चा है और ये दावेदार भोपाल से दिल्ली तक सक्रिय भी हैं. कमलनाथ के इस्तीफा देने के संकेत के साथ दावेदारों ने सक्रियता ज्यादा बढ़ा दी है. वैसे इस पद के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अजय सिंह के नाम पर सहमत हैं, मगर अजय सिंह के नाम पर पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को मनाना आसान नहीं है.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए चल रहे नामों में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया का खुद का नाम भी सिंधिया समर्थक आगे बढ़ा रहे हैं. सिंधिया समर्थकों का मानना है कि वे अब प्रदेश की कमान संभालें और संगठन को मजबूत करें. वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चाहते हैं कि यह पद पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह को मिले. अजय सिंह को लेकर दोनों नेता सहमत हैं, मगर सिंधिया समर्थक इस नाम पर सहमत नहीं हैं.
इसके चलते अजय सिंह की राह में सबसे बड़ा रोड़ा खुद सिंधिया के अलावा सिंधिया समर्थक नेता और मंत्री हैं. इनके अलावा आदिवासी कार्र्ड खेलते हुए कमलनाथ अपने समर्थक बाला बच्चन का नाम आगे बढ़ा रह हैं, मगर बच्चन की राह में वन मंत्री उमंग सिंघार रोड़ा बन सकते हैं. सिंघार, सीधे तौर पर राहुल गांधी से जुड़े हुए हैं और युवा नेता के रुप में राहुल की पसंद भी वे हैं. वहीं सिंधिया समर्थक रामनिवास रावत का नाम भी इस पद के लिए सामने आ रहा है. इसके अलावा मंत्र जीतू पटवारी भी इसके लिए सक्रिय हैं.
मिलेगी युवा चेहरे को कमान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए इस बार युवा चेहरे को सामने लाने का प्रयास कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता कर रहे हैं. इसके चलते उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी और उमंग सिंघार का नाम लिया जा रहा है. अगर आदिवासी वर्ग से अध्यक्ष बनने की बात आती हैं तो उमंग और पिछड़े वर्ग से अध्यक्ष बनाने की बात आती है तो जीतू पटवारी के नाम पर राहुल गांधी अपनी सहमति दे सकते हैं. दोनों ही के संबंध मुख्यमंत्री कमलनाथ के अलावा पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी अच्छे हैं. वहीं ये दोनों राहुल की पसंद भी है. दोनों ही नेताओं को मंत्री भी राहुल गांधी के कहने पर ही बनाया गया था.