मधुबनी हत्याकांडः तेजस्वी के बयान पर जदयू का निशाना, कहा-लालू-राबड़ी शासनकाल में 118 नरसंहार हुआ...
By एस पी सिन्हा | Published: April 8, 2021 08:23 PM2021-04-08T20:23:01+5:302021-04-08T20:23:55+5:30
जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि सरकार पर आरोप लगाने वाले लोग जरा पुराने इतिहास को भी याद कर लें. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी.
पटनाः बिहार के मधुबनी के बेनीपट्टी में हुए सामूहिक नरसंहार को लेकर राज्य में चल रही सियासी बयानबाजी थमती नजर नहीं आ रही है.
विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने इस मसले पर बिहार पुलिस को जदयू पुलिस करार देते हुए पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा के खिलाफ बयान दिया था तो आज जदयू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष के सारे सवालों के जवाब दिए और साथ ही तेजस्वी यादव पर कई गंभीर आरोप भी लगाए. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी पीड़ित परिजनों से मुलाकात की थी.
जदयू ने सवाल उठाया और सरकार का पक्ष रखा
पीड़ित परिवार को पार्टी की तरफ से आर्थिक मदद की थी. ऐसे में तेजस्वी यादव के मधुबनी जाने पर जदयू ने सवाल उठाया और सरकार का पक्ष रखा. जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव मधुबनी पीड़ितों की सहायता करने नहीं बल्कि अपने लिए नारेबाजी कराने गए थे. उन्होंने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है कि तेजस्वी यादव पीड़ित परिवार से अपने लिए नारेबाजी लगवा रहे थे.
उनसे मालाएं पहन रहे थे, जो बताता है कि तेजस्वी यादव किस तरह की राजनीति करते हैं. तेजस्वी के मधुबनी दौरे को राजनीतिक यात्रा करार देते हुए नीरज कुमार ने कहा कि पीड़ित परिवार को औकात बताना चाह रहे थे, तेजस्वी यादव के ट्विट से यह साबित होती है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि जिसने वोट नहीं दिया उसका भी ख्याल रखते है.
पीड़ित परिवार ने वोट नहीं दिया था
दरअसल, तेजस्वी यह बताना चाहते हैं कि पीड़ित परिवार ने वोट नहीं दिया था. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि मधुबनी हत्याकांड 29 मार्च हो हुई और 3 अप्रैल को तेजस्वी की नींद खुली जिसके बाद तेजस्वी ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख जताया. नीरज कुमार ने कहा की तेजस्वी इतने दिनों तक किस राजनीतिक यात्रा पर थे, यह जनता को बताएं.
उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की कुर्की जब्ती की कार्रवाई भी की गई है. वही एसएचओ को भी निलंबित किया गया है. आग भी यह कार्रवाई जारी रहेगी. नीरज कुमार ने राजद का नामांकरण करते हुए कहा कि राजद का नया नाम बेऊर राजद या तिहाड़ राजद होनी चाहिए.
नीतीश कुमार के राज में अपराधी सलाखों के पीछे होते
तेजस्वी को मौका मिले तो जिले में बंद व्यक्ति को गृह मंत्री बना दे और गंभीर आरोपियों को मंत्रिमंडल में शामिल कर दें. वहीं, जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि सरकार पर आरोप लगाने वाले लोग जरा पुराने इतिहास को भी याद कर लें. लालू-राबड़ी के शासनकाल में 118 नरसंहार हुआ उस वक्त अपराध करने के बाद अपराधियों का पनाह स्थल एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास होता था. जहां अपराधियों को बचाया जाता था, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में अपराधी सलाखों के पीछे होते है. नीतीश कुमार के शासन में अपराधी यदि पालात में भी रहेगा, तब उसे ढूंढ निकाला जाएगा.
तेजस्वी यादव पार्टी में 74 प्रतिशत विधायक दागी हैं
मधुबनी हत्याकांड में भी यही हुआ मुख्य आरोपी प्रवीण झा सहित पांच अपराधियों को खोज निकाला गया जो आज सलाखों के पीछे है. उन्होंने कहा तेजस्वी को मौका मिले तो जेल में बंद व्यक्ति गृह मंत्री बन जाये. गंभीर आरोप का अपराधी मंत्रिमंडल में शामिल हो जाये, तेजस्वी यादव पार्टी में 74 प्रतिशत विधायक दागी हैं. तेजस्वी का राजनीतिक श्रृंगार एफिडेविट में दिखता है. संजय सिंह ने कहा कि मधुबनी में जब पीड़ित परिवार से मिलने के दौरान हमने कहा था कि 48 से 72 घंटे का समय दिजिए मुख्य आरोपी प्रवीण झा व अन्य आरोपी यदि पाताल में भी छुपा होगा तो उसे खोज निकाला जाएगा और हुआ भी यही.
फोटो खिचवाते है और पटना लौट आते हैं
मधुबनी से आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हुई और इस घटना को लेकर अधिकारियों के साथ दो घंटे तक बातचीत हुई. इसी का नतीजा है कि पुलिस ने इस मामले पर कार्रवाई की और आरोपी को धर दबोचा. जबकि नेता प्रतिपक्ष कह रहे है कि उनसे डर कर पुलिस ने कार्रवाई की है. हकीकत यह है कि तेजस्वी यादव परिजनों से मिलने जाते है तो फोटो खिचवाते है और पटना लौट आते हैं.
सुरक्षा व्यवस्था सरकार की ओर से की गई है
जदयू नेता ने सवाल किया कि सीवान में शहाबुद्दीन ने जिसका मर्डर किया उनके परिजनों से क्यों नहीं मिले? नवादा में दुष्कर्म पीडिता से जाकर क्यों नहीं मिले? जबकि इस मामले में राजद नेता राजवल्लभ यादव को कोर्ट ने सजा भी सुनाई थी. उन्होंने कहा कि मधुबनी हत्याकांड में पीड़ित परिवार के एक सदस्य संजय सिंह को एससी-एसटी एक्ट में फंसाया गया था. आज उन्हें बेल मिल गया है वही एसएचओ को निलंबित किया जा चुका है. पीड़ित परिवार के घर पर डॉक्टर, एम्बुलेंस, दवा और सुरक्षा व्यवस्था सरकार की ओर से की गई है.
वही जदयू नेता संजय सिंह की तरफ से भी पीड़ित परिजन को तीन लाख रुपये की मदद दी गई. संजय सिंह ने कहा शहाबुदीन ने सीवान में जिसका मर्डर किया, उससे मिलने तेजस्वी क्यों नही गए? तेजस्वी मधुबनी तो गए पर उनके आवास के बगल में एक व्यक्ति को गोली लगी. उसे देखने की तेजस्वी को फुरसत नहीं है. उन्होंने तेजस्वी यादव को हकमार यादव बताया, जो अपने माँ बाप का नही होगा वो दूसरे का क्या होगा.