कन्नड़ लेखक एमएम कलबुर्गी की पत्नी उमादेवी कलबु्री ने बुधवार (10 जनवरी) को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर करके अपने पति की हत्या की एसआईटी से जांच कराने की मांग की है। उमादेवी ने याचिका में सर्वोच्च न्यायालय से कहा है कि उनके पति की हत्या गोविंद पानसरे और नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के पैटर्न पर की गयी है और इसकी जाँच होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने उमादेवी की याचिका पर सुनवाई करते हुए कर्नाटक और महाराष्ट्र की राज्य सरकारों के साथ ही सीबीआई और एनआईए से इस मामले पर अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भेजा है। सर्वोच्च न्यायलय ने दोनों राज्यों की सरकारों से छह हफ्ते के अंदर जवाब देने के लिए कहा है।
76 वर्षीय कलबुर्गी की 30 अगस्त 2015 को उनके धारवाड़ स्थित आवास पर गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। 28 नवंबर 1938 को जन्मे कलबुर्की कन्नड़ के सम्मानित लेखक और अकादमिक विद्वान थे। वो हम्पी स्थिति कन्नड़ विश्वविद्यालय के वाइस-चांसलर भी रहे थे। उन्हें साल 2006 में अपने शोध-लेख संग्रह मार्ग-4 के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला था। कलबुर्गी हिंदुत्वावादी संगठनों को मुखर आलोचक थे। उनके करीबी लोगों ने उनकी हत्या में हिंदुत्ववादी संगठनों का हाथ होने की आशंका जाहिर की थी।
67 वर्षीय नरेंद्र दाभोलकर की 20 अगस्त 2013 को पुणे में हत्या कर दी गयी थी। 81 वर्षीय गोविंद पानसरे की 20 फरवरी 2015 को मुंबई में हत्या कर दी गयी थी।