'लुलु' ने कहा हमारे 80 प्रतिशत कर्मचारी हिंदू हैं, मंत्री नंद गोपाल नंदी ने विवाद को असमाजिक तत्वों की करतूत बताया
By शिवेंद्र राय | Published: July 19, 2022 10:51 AM2022-07-19T10:51:49+5:302022-07-19T10:53:59+5:30
एक हिंदू नेता शिशिर चतुर्वेदी ने आरोप लगाया था कि लुलु मॉल मुस्लिम युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार दे रहा है। इस बारें में लुलु मॉल के क्षेत्रीय निदेशक जयकुमार गंगाधर ने बयान जारी किया और कहा कि हम धर्म और वर्ग के आधार पर भेदभाव नहीं करते।
लखनऊ: 10 जुलाई 2022 को लखनऊ में खुला लुलु मॉल लगातार सुर्खियों में है। पहले मॉल के अंदर नमाज पढ़ते कुछ लोगों को वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया और मॉल के अंदर हनुमान चालीसा पढ़ने की बात की। फिर इसके बाद कहा गया कि मॉल में साम्प्रदायिक आधार पर नियुक्तियां की जा रही हैं। कुछ हिंदू सगठनों ने आरोप लगाया था कि मॉल में 80 प्रतिशत कर्मचारी मुस्लिम पुरूष हैं और 20 प्रतिशत हिंदू महिलाएं। आरोप था कि ऐसा जानबूझकर किया गया है। अब लुलु मॉल के अधिकारियों की तरफ से इस मामले पर बयान जारी कर सफाई दी गई है। लुलु इंडिया शॉपिंग मॉल प्राइवेट लिमिटेड के क्षेत्रीय निदेशक जयकुमार गंगाधर की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि लुलु मॉल पूरी तरह से एक कारोबारी संरचना है जो जाति और वर्ग में भेदभाव किए बिना व्यापार करता है।
एक समुदाय विशेष का पक्ष लेने के आरोपों के जवाब में लुलु मॉल प्रबंधन ने एक बयान जारी कर कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए हमारी संस्था को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे कर्मचारियों में स्थानीय निवासी और यूपी के नागरिक और देश भर के लोग शामिल हैं। इनमें से 80 प्रतिशत से अधिक हिंदू हैं, बाकी मुस्लिम, ईसाई और अन्य हैं। हमारे संगठन में किसी को भी कोई धार्मिक गतिविधि करने की अनुमति नहीं है।
मंत्री ने बताया असमाजिक तत्वों का काम
इस मामले पर अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' ने कहा कि लुलु मॉल की घटना असामाजिक तत्वों का काम थी जो निवेश आकर्षित करने में सरकार की निरंतर सफलता से परेशान हैं। मंत्री ने कहा कि “ऐसे समय में जब हम अगले साल जनवरी में ग्लोबल इन्वेस्टर समिट की योजना बना रहे हैं और पिछले पांच वर्षों में सफल निवेश किया है, असामाजिक तत्वों द्वारा कानून और व्यवस्था को बिगाड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही, जिन लोगों ने यह साजिश रची है, उनका भी पर्दाफाश हो जाएगा।”
बता दें कि इस मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सख्त हैं और अधिकारियों को निर्देश दिया है कि असमाजिक तत्वों से सख्ती से निपटा जाए।