लेह, 22 जून लद्दाख के उपराज्यपाल आर के माथुर ने केन्द्र शासित प्रदेश के विभिन्न सेक्टरों में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के योगदान की बुधवार को सराहना करते हुए क्षेत्र में विकास के लिये निरंतर सहयोग का अनुरोध किया।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि माथुर ने यहां राज निवास में रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी तथा लेह-लद्दाख के हाई एल्टिट्यूट रक्षा अनुसंधान संस्थान (डीआईएचएआर) के निदेशक ओ पी चौरसिया से बातचीत की।
उपराज्यपाल ने महामारी के दौरान लद्दाख को प्रदान की गई सहायता के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि लद्दाख मास्क, सैनिटाइज़र, वेंटिलेटर और वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम (वीटीएम) जैसी आवश्यक सामग्री समय पर प्राप्त करने में कामयाब रहा।
अधिकारी ने कहा कि पिछले साल जुलाई में डीआईएचएआर, डीआरडीओ लेह में एक आरटी-पीसीआर प्रयोगशाला की स्थापना के साथ, लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश में कोविड -19 मामलों की पहचान करने के लिए परीक्षण की दर को बढ़ाने में सक्षम है।
माथुर ने डीआरडीओ के परमाणु चिकित्सा व संबद्ध विज्ञान संस्थान में कोविड-रोधी दवा 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) के विकास के लिये उसकी सराहना की और कहा कि यह आविष्कार एजेंसी के वैज्ञानिक कौशल का एक और उदाहरण है।
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