राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे अर्थात तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव की जोड़ी एक बार फिर से एक मंच पर दिखाई देने वाले हैं. पिछले कुछ समय से अलग-अलग चल रहे दोनों भाइयों को उनके पिता लालू ने फिर से मिलवाया है. ऐसे में अब बहुत जल्द हीं दोनों भाई अपने सारे मनभेदों को मिटाकर एक नए तेवर में नजर आएंगे. तेजप्रताप और तेजस्वी अब लालू के रिहाई आंदोलन करेंगे.
बताया जाता है कि दोनों भाइयों में बढ़ती हुई दूरियों को देखकर लालू यादव ने एक बडा इमोशनल दांव खेला हैं. पारिवारिक सूत्र बताते हैं कि लालू यादव ने अपने बड़े बेटे तेजप्रताप से यह संकल्प लिया है कि अगर वह अपने पिता के लिए कोई आंदोलन करते हैं तो उसमें वो अपने छोटे भाई तेजस्वी को जरूर साथ रखेंगे.
चूंकि तेजप्रताप अपने पिता को बेहद प्यार करते हैं ऊपर से वो एक बेहद भावुक इंसान भी हैं, इसलिए उन्होंने पिता को दिए संकल्प को पूरा करने के लिए अपने फैसले को हीं बदल दिया.
20 जनवरी को होने वाले लालू प्रसाद यादव मूवमेंट को स्थगित करते हुए, तेजप्रताप ने ये दलील देकर सबको चौका दिया है कि तेजस्वी के पटना में नहीं रहने के चलते उन्होंने एलपी मूवमेंट को तत्काल स्थगित किया है. जबकि इससे पहले कई बार ऐसे मौके आए जब तेज-तेजस्वी ने एक-दूसरे के बगैर ही कई रैलियां की हैं.
तेजप्रताप के इस नए फैसले से राजद के साथ-साथ अब उनके सहयोगी भी राहत की सांस ले रहे हैं तो विरोधी इस पर भी चुटकी लेने में पीछे नहीं हैं. उनके अनुसार लालू यादव के इस पहल से उनके दोनों लाल एक साथ तो हो गए हैं लेकिन यह जोड़ी कब तक बरकरार रहेगी ये तो समय बताएगा?
बता दें कि लालू प्रसाद यादव के लिए किये जाने वाले इस आंदोलन को जेपी मूवमेंट की तर्ज पर एलपी मूवमेंट का नाम दिया गया है, जिसमें दोनों साथ-साथ काम करेंगे.