लोकसभा चुनावः क्या अपने ही सियासी जाल में उलझते जा रहे हैं नाराज बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा!
By प्रदीप द्विवेदी | Published: February 28, 2019 03:48 PM2019-02-28T15:48:02+5:302019-02-28T15:48:02+5:30
त्रुघ्न सिन्हा का कहना था कि- वे अपनी मर्जी से बीजेपी नहीं छोड़ेंगे और चुनाव भी वे अपने पुराने चुनाव क्षेत्र से ही लड़ेंगे, जबकि बीजेपी अब उन्हें लोस चुनाव में टिकट दे, इसकी संभावना नहीं है.
लंबे समय से पीएम मोदी पर लगातार निशाना साधने वाले नाराज बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा क्या अपने ही सियासी जाल में उलझते जा रहे हैं? यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण है कि लोस चुनाव करीब आ रहे हैं और वे कोई सियासी दिशा तय नहीं कर पा रहे हैं. उनके अपने ही एलान उनके लिए सवाल बनते जा रहे हैं. शत्रुघ्न सिन्हा का कहना था कि- वे अपनी मर्जी से बीजेपी नहीं छोड़ेंगे और चुनाव भी वे अपने पुराने चुनाव क्षेत्र से ही लड़ेंगे, जबकि बीजेपी अब उन्हें लोस चुनाव में टिकट दे, इसकी संभावना नहीं है.
लगातार पीएम मोदी के खिलाफ शत्रुघ्न सिन्हा की बयानबाजी से बीजेपी परेशान जरूर है, लेकिन वह उन्हें बाहर का रास्ता दिखा कर सियासी हीरो नहीं बनाना चाहती है, इसलिए बीजेपी शत्रुघ्न सिन्हा के हर बयान को नजरअंदाज कर रही है. हालांकि, शत्रुघ्न सिन्हा ने न केवल पीएम मोदी के हर निर्णय के खिलाफ बयान दिए है, बल्कि अनुशासन की सीमारेखा लांघ कर बीजेपी विरोधी सभाओं में भी शिरकत की है, भाषण दिए हैं.
कुछ समय पहले शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ट्वीट किया था कि- अनेक संदेह जगाने वाले अनुत्तरित सवालों के जवाब देने का समय आ गया है. क्या यह सही नहीं होगा कि पूरी पारदर्शिता के साथ सच को समाने रखें और खुद को पाक-साफ साबित करें. यही नहीं, शत्रुघ्न सिन्हा का तो यह भी कहना था कि वे नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनते देखना नहीं चाहते.
लगातार पीएम मोदी का विरोध करते-करते पुलवामा हमले के बाद एक बार शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम मोदी का समर्थन भी किया, लेकिन इससे उन्हें कोई सियासी फायदा तो हुआ नहीं, उल्टे उन पर बयानों के व्यंग्यबाण चलने लगे. बीजेपी शत्रुघ्न सिन्हा से कितनी खफा है, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी का केवल एक बार समर्थन करने पर ही बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने सिन्हा पर निशाना साधते हुए कहा कि- वे कांग्रेस या आरजेडी से चुनाव लड़कर दिखाएं. मोदी का कहना था कि- ऐसा करने पर सिन्हा को अपनी लोकप्रियता का भ्रम दूर हो जाएगा.
सुशील मोदी बोले कि- कुछ लोगों को अपनी लोकप्रियता को लेकर गलतफहमी है. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे पटना सीट पर कांग्रेस या आरजेडी से चुनाव लड़ें. उन्हें अपनी वास्तविक स्थिति का एहसास हो जाएगा. उन्हें एहसास हो जाएगा कि उनकी लोकप्रियता कितनी है.
इतना ही नहीं, उन्होंने आगे कहा कि- वे दिन अब नहीं रहे जब शत्रुघ्न सिन्हा के नाम पर लोग जुटते थे. अब उन्हें अपनी रैली के लिए लोगों को इकट्ठा करने में परेशानी होती है. वह प्रियंका चोपड़ा या कोई अन्य नया कलाकार नहीं हैं.
शत्रुघ्न सिन्हा को लेकर यह सियासी तस्वीर साफ है कि उन्हें बीजेपी लोस चुनाव में टिकट देगी नहीं और न ही उन्हें बीजेपी से बाहर करेगी. वे विपक्षी दलों के नेताओं- ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, लालू प्रसाद आदि के करीब तो नजर नहीं आते रहे हैं, लेकिन वे कांग्रेस, सपा, आरजेडी आदि में से किस पार्टी में जाएंगे यह स्पष्ट नहीं है. यदि शत्रुघ्न सिन्हा जल्दी ही कोई निर्णय नहीं ले पाए तो अपने ही सियासी जाल में फंस कर रह जाएंगे.