लोकसभा चुनाव: हरियाणा में 53 सालों में 5 महिलाएं ही पहुंची संसद, इस बार 11 महिला उम्मीदवार आजमा रहीं किस्मत

By भाषा | Published: April 30, 2019 03:03 PM2019-04-30T15:03:53+5:302019-04-30T15:13:00+5:30

लोकसभा चुनाव: हरियाणा की छह संसदीय सीटें ऐसी हैं जहां से लोगों ने कभी किसी महिला को नहीं जिताया है। इस बार के चुनावों में खास बात यह भी है कि राज्य में 11 में से सात महिलाएं बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी दंगल में ताल ठोंक रही हैं पर इतिहास उनके पक्ष में गवाही नहीं दे रहा है। 

Lok Sabha elections: 5 women in Haryana to reach Parliament in 53 years, only 11 women candidates contested | लोकसभा चुनाव: हरियाणा में 53 सालों में 5 महिलाएं ही पहुंची संसद, इस बार 11 महिला उम्मीदवार आजमा रहीं किस्मत

Lok Sabha elections: 5 women in Haryana to reach Parliament in 53 years, only 11 women candidates contested

Highlightsकांग्रेस की कुमारी शैलजा ही एकमात्र ऐसी महिला हैं जो तीन बार लोकसभा पहुंच सकीं हैभिवानी महेंद्रगढ़ से 2009 में सांसद रहीं बंसी लाल की पोती एक बार फिर मैदान में हैं

हरियाणा के गठन से लेकर अब तक यहां से केवल पांच महिलाएं ही संसद तक पहुंच पाई हैं। इस बार आम चुनाव में 11 महिलाएं अपनी चुनावी किस्मत आजमां रहीं हैं। दुखद बात यह है कि अपने कम लिंगानुपात के लिए आलोचना के घेरे में रहने वाले इस राज्य से पिछले लोकसभा चुनाव में कोई भी महिला जीत हासिल नहीं कर सकी थी।

यहां छह संसदीय सीटें ऐसी हैं जहां से लोगों ने कभी किसी महिला को नहीं जिताया है। इस बार के चुनावों में खास बात यह भी है कि राज्य में 11 में से सात महिलाएं बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनावी दंगल में ताल ठोंक रही हैं पर इतिहास उनके पक्ष में गवाही नहीं दे रहा है। 

श्रेय चंद्रवती बनी थीं पहली महिला सांसद 

यहां आज तक कोई निर्दलीय महिला उम्मीदवार विजयी घोषित नहीं हुई है। पहली महिला सांसद की बात करें तो यह श्रेय चंद्रवती को हासिल है। वह जनता पार्टी के टिकट पर 1977 में भिवानी सीट से विजयी हुईं थीं। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेहद निकट समझे जाने वाले नेता बंसी लाल को हराया था। हालांकि बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गईं थीं और 1990 में वह पुड्डुचेरी की राज्यपाल भी बनीं। राज्य से अब तक 151 सांसद चुने गए हैं जिनमें से सिर्फ आठ महिलाएं ही सांसद बन सकीं हैं। 

तीन बार लोकसभा पहुंचने वाली महिला हैं कुमारी शैलजा 

कांग्रेस की कुमारी शैलजा ही एकमात्र ऐसी महिला हैं जो तीन बार लोकसभा पहुंच सकीं है। दो बार अंबाला सीट से और एक बार सिरसा सीट से। शैलजा ने पीटीआई-भाषा को से कहा, ‘‘राज्य ने खूब तरक्की की है लेकिन जब महिलाओं की बात आती है तो अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। इस समस्या को हल करने के लिए अधिक से अधिक महिलाओं को आगे आना होगा।

भिवानी महेंद्रगढ़ सीट से बंसी लाल की पोती लड़ रही हैं चुनाव 

भिवानी महेंद्रगढ़ से 2009 में सांसद रहीं बंसी लाल की पोती एक बार फिर मैदान में हैं। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘महिलाएं सशक्त राजनीतिज्ञ हो सकती हैं। मेरी मां (किरण चौधरी) ने खुद को साबित किया है। यह दुख की बात है कि अबतक बहुत कम संख्या में महिलाएं सांसद निर्वाचित हुई हैं। मैं महिलाओं से आगे आने की अपील करता हूं।’’ 

English summary :
Here are six parliamentary constituency where women candidate never won. There is a special mention in the elections of this time that seven out of 11 women aspiring candidates are facing a hurdle in the electoral fray but the history is not giving evidence in favor of them.


Web Title: Lok Sabha elections: 5 women in Haryana to reach Parliament in 53 years, only 11 women candidates contested



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