Lok Sabha Elections 2024: राजीव चन्द्रशेखर ने शशि थरूर को भेजा कानूनी नोटिस, कांग्रेस नेता ने लगाया था मतदाताओं को 'रिश्वत' देने का आरोप
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 10, 2024 01:29 PM2024-04-10T13:29:18+5:302024-04-10T13:38:29+5:30
केरल के तिरुवनंतपुरम से भाजपा उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी शशि थरूर को मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है।
नई दिल्ली: केरल के तिरुवनंतपुरम से भाजपा उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी शशि थरूर को मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है। अपने कानूनी नोटिस में राजीव चंद्रशेखर ने मौजूदा सांसद थरूर पर तिरुवनंतपुरम की जनता के बीच उनको लेकर गलत अफवाह उड़ाने का आरोप लगाया है। बकौल चंद्रशेखरन थरूर ने उनपर आरोप लगाया है कि उन्होंने मतदाताओं और पैरिश पुजारियों जैसे प्रभावशाली लोगों को कथिततौर पर रिश्वत दी है।
चंद्रशेखर ने केरल स्थित समाचार संगठन '24 न्यूज' के एक टीवी साक्षात्कार में शशि थरूर द्वारा लगाए गए आरोपों पर 'आश्चर्य' व्यक्त किया है। भाजपा नेता ने शशि थरूर द्वारा दिए गए बयानों को पुरजोर खंडन करते हुए उनसे बयान वापस लेने की भी मांग की है और कहा है कि थरूर उनसे सार्वजनिक माफी मांगें अन्यथा इसके लिए कानूनी परिणाम भुगतने को तैयार रहें।
राजीव चंद्रशेखर की नोटिस में लिखा है, ''नोटिस प्राप्तकर्ता द्वारा दिनांक 06.04.2024 को उपरोक्त समाचार चैनल पर हमारे मुअक्किल यानी राजीव चन्द्रशेखर के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों और आक्षेपों को तुरंत वापस लें। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से चंद्रशेखरन से फौरन बिना शर्त सार्वजनिक माफी मांगें। नोटिस प्राप्तकर्ता द्वारा आपके द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों और आक्षेपों के बारे में कहा जाता है कि थरूर के आरोपों से उनकी बदनामी हुई है और उनकी प्रतिष्ठा में आंच आयी है। इसलिए इस तरह की किसी भी अनावश्यक अफवाह को फैलाने से बचें और भविष्य में ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल होना बंद करें।''
कानूनी नोटिस में यह भी कहा गया है कि थरूर ने ये बयान राजीव चन्द्रशेखर को "नुकसान पहुंचाने के इरादे से" दिया है। इसमें इस बात पर जोर दिया गया है कि कैसे इस तरह के अपमानजनक बयानों ने तिरुवनंतपुरम के पूरे ईसाई समुदाय और उसके नेताओं पर कैश-फॉर-वोट गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाकर उन्हें नुकसान पहुंचाया है और उनका अनादर किया है।
कानूनी नोटिस में आगे कहा गया है, "24 न्यूज नाम के एक मलयालम समाचार चैनल पर दिनांक 06.04.2024 के समाचार वीडियो को देखकर मैं स्तब्ध और आश्चर्यचकित हूं, जिसमें आपने (शशि थरूर) ने मानहानिकारक बयान देते हुए आरोप लगाया कि राजीव चंद्रशेखर ने रिश्वत की पेशकश की, जो पूरी तरह से अवैध और असत्य है। थरूर का यह कहना कि चंद्रशेखर मतदाताओं को पैसा दे रहे हैं, इस तरह का ईसाई समुदायों में झूठ फैलाना, न केवल पूरी तरह से गलत हैं, बल्कि यह स्पष्ट है कि इससे चंद्रशेखर की प्रतिष्ठा को धूमिल हुई है।“
यह कानूनी नोटिस थरूर द्वारा आदर्श आचार संहिता के नियम (2) का उल्लंघन करने के तुरंत बाद आया है, जिसमें सख्ती से कहा गया है कि राजनीतिक उम्मीदवारों को अपनी आलोचना "अपनी नीतियों और कार्यक्रम, पिछले रिकॉर्ड और काम" तक ही सीमित रखनी चाहिए और अन्य पार्टियों की आलोचना करने से बचना चाहिए या उनके कार्यकर्ता "असत्यापित आरोपों या विरूपण" पर आधारित हैं।
इस मामले में, '24 न्यूज' को दिए गए थरूर के बयानों की पुष्टि नहीं की गई है कि कैसे राजीव चंद्रशेखर ने सार्वजनिक रूप से उनके नाम का खुलासा किए बिना निर्वाचन क्षेत्र के प्रमुख मतदाताओं, जिनमें पैरिश पुजारी जैसे धार्मिक और सामुदायिक नेताओं को पैसे की पेशकश की थी, सत्यापित नहीं किया गया है।
कानूनी नोटिस में आगे कहा गया है, "यह आशंका है कि शशि थरूर ने इन आरोपों को गढ़ा है और तिरुवनंतपुरम में मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए उसे प्रसारित किया है। ऐसी आशंका है कि आप स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की प्रक्रिया को बाधित करने के लिए ऐसी झूठी खबरें फैलाने में लगे हुए हैं।"
नोटिस में कहा गया है कि ऐसी आशंका है कि राजीव चंद्रशेखर के खिलाफ झूठे आरोप फैलाने के लिए आपके बयान अब आपके एजेंटों, समर्थकों और पार्टी के सदस्यों द्वारा सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप सहित विभिन्न प्लेटफार्मों के माध्यम से प्रसारित किए जा रहे हैं।