नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पाकिस्तान के पास परमाणु हथियार होने संबंधी टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर पलटवार करते हुए पड़ोसी मुल्क की आर्थिक बदहाली पर जमकर कटाक्ष किया। सीएम सरमा ने कहा कि भारत के पड़ोसी देश के पास वेतन देने के लिए भी पैसे नहीं हैं और यह निश्चित भी नहीं है कि उनका परमाणु बम काम करेगा भी या नहीं।
इससे पहले शुक्रवार को वरिष्ठ नेता अय्यर एक पुराने इंटरव्यू का क्लिप सामने आने के बाद फिर विवादों में आ गए थे, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि एक परमाणु-सशस्त्र देश के रूप में पाकिस्तान सम्मान का हकदार है। उन्होंने भारत को अपने पड़ोसी के साथ फिर से बातचीत शुरू करने की भी वकालत की थी।
मणिशंकर अय्यर के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, "कांग्रेस के अय्यर ने कहा है कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है, लेकिन आप उनकी बातों पर कैसे विश्वास करेंगे? उसके पास तो वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं, न ही वो पेट्रोल खरीद सकता है और न खाने का अनाज। पाकिस्तान के पास एक समय में परमाणु बम रहा होगा लेकिन उसका रखरखाव नहीं किया गया होगा। इसलिए कौन जानता है कि बम अब काम करेगा या नहीं?''
हिमंत बिस्वा सरमा ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी के 220 सीटें जीतने के केजरीवाल के दावे पर पलटवार करते हुए कहा कि जेल में केजरीवाल की याददाश्त चली गई होगी।
असम के मुख्यमंत्री ने कहा, "हमें विश्वास है कि हम 400 सीटें जीतने जा रहे हैं। केजरीवाल जी 52 दिनों तक जेल में थे और खूंखार अपराधी तिहाड़ में रहते हैं। वह भूल गए कि उन्होंने प्रशांत भूषण, योगेन्द्र यादव, कुमार विश्वास के साथ क्या किया था। वह भूल गए कि कैसे उन्होंने अन्ना हजारे को धोखा दिया। 2 महीने जेल में रहने के बाद स्मृति हानि होना एक सामान्य लक्षण है।"
अरविंद केजरीवाल ने बीते रविवार को भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उन्हें मौजूदा लोकसभा चुनाव में 230 से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के मुख्यालय में समर्थकों को संबोधित करते हुए केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव के लिए हाल ही में अंतरिम जमानत पर रिहा किया है।
केजरीवाल ने कहा, ''जेल से रिहाई के बाद पिछले 20 घंटों में मैंने चुनाव विशेषज्ञों और लोगों से बात की और पता चला कि भाजपा सरकार नहीं बनाने जा रही है।''
मालूम हो कि आम चुनाव के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के कुछ दिनों बाद 21 मार्च को दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्होंने 50 से अधिक दिन तिहाड़ जेल में बिताए।
दिल्ली के सीएम की जमानत 1 जून तक लागू है और उन्हें 2 जून को अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करना होगा। रिहाई के दौरान वो चुनाव प्रचार में भाग ले सकते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं हो सकते हैं।