Lok Sabha Elections 2024: कर्नाटक भाजपा में शुरू हुआ घमासान, "येदियुरप्पा ने धोखा दिया है", बेटे कांतेश को हावेरी से टिकट नहीं मिलने पर गरजे ईश्वरप्पा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 14, 2024 07:34 AM2024-03-14T07:34:25+5:302024-03-14T07:41:34+5:30
कर्नाटक भाजपा के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा अपने बेटे केई कांतेश को हावेरी-गडग लोकसभा सीट से टिकट नहीं दिए जाने से बेहद नाराज हैं।
शिमोगा: कर्नाटक में भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रहे केएस ईश्वरप्पा पार्टी द्वारा लोकसभा चुनाव के लिए जारी किये गये प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट में अपने बेटे केई कांतेश को हावेरी-गडग लोकसभा सीट से टिकट नहीं दिए जाने से बेहद नाराज हैं।
इस कारण से एक बार फिर कर्नाटक भाजपा में भारी घमासान मच गया है। ईश्वरप्पा ने बीते बुधवार को प्रत्याशियों का नाम जारी होने के बाद लिंगायत नेता बीएस येदियुरप्पा पर जोरदार हमला बोला है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पार्टी ने ईश्वरप्पा के बेटे कांतेश की टिकट दावेदारी को दरकिनार करते हुए हावेरी-गडग लोकसभा क्षेत्र से पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया है और पार्टी का यह फैसला ईश्वरप्पा को रास नहीं आ रहा है।
बेटे कांतेश का टिकट कटने के बाद ईश्वरप्पा ने सीधे पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए वादा किया था कि उन्होंने स्वयं उनके बेटे केई कांतेश को हावेरी सीट से पार्टी का उम्मीदवार बनाने का वादा किया था।
ईश्वरप्पा ने बीते बुधवार को टिकटों का ऐलान होने के बाद बेहद नाराजगी भरे लहजे में कहा, "येदियुरप्पा ने वादा किया था कि केई कांतेश को हावेरी से भाजपा का टिकट मिलेगा। उनकी बातों पर भरोसा करते हुए, कांतेश लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश करते हुए हावेरी सीट से चुनाव की तैयारी कर रहे थे। हालांकि, पार्टी ने मेरे बेटे को टिकट नहीं दिया और इसे पीछे येदियुरप्पा हैं, जिन्होंने हमें धोखा दिया है।''
अपने इन आरोपों के साथ ईश्वरप्पा ने दावा करते हुए कहा, "मेरे समर्थक पार्टी के इस फैसले का भारी विरोध कर रहे हैं और वो चाहते हैं कि मैं येदियुरप्पा के बेटे बीवाई राघवेंद्र के सामने शिमोगा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ूं।"
उन्होंने कहा, "कर्नाटक में भाजपा पर केवल एक परिवार का कब्जा है और अब पार्टी को उस परिवार से बचाने के लिए भीतर से आवाज उठ रही है। क्या कर्नाटक में कोई अन्य लिंगायत नेता नहीं हैं? येदियुरप्पा ने शोभा करंदलाजे और बसवराज बोम्मई को टिकट दिलवाया तो फिर क्यों क्या मेरे बेटे कांतेश के टिकट दावेदारी को क्यों नजरअंदाज किया? यह घोर अन्याय है।''
ईश्वरप्पा ने दावा किया, "मैंने कर्नाटक में 40 वर्षों तक ईमानदारी से भाजपा की सेवा की है। सीटी रवि, सदानंद गौड़ा, नलिन कुमार कतील और प्रताप सिम्हा भी इसे अनुचित बताते हुए मेरे समर्थन में सामने आए हैं।"
पूर्व डिप्टी सीएम ने आरोप लगाया कि येदियुरप्पा ने जानबूझकर बोम्मई को हावेरी टिकट दिया, जबकि उन्होंने वादा किया था कि पार्टी कांतेश को सीट से चुनेगी।
उन्होंने कहा, "बसवराज बोम्मई ने चुनाव समिति की बैठक में कहा कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है और वह लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। बोम्मई ने कहा कि हावेरी का टिकट कांतेश को मिलना चाहिए। चुनाव लड़ने की अनिच्छा व्यक्त करने के बावजूद उन्हें टिकट दिया गया। येदियुरप्पा ने जानबूझकर बोम्मई को हावेरी से टिकट दिया। येदियुरप्पा का फैसला पार्टी के वफादारों के लिए अनुचित है।''
यह कहते हुए कि उनके समर्थक उनसे शिमोगा से चुनाव लड़ने का आग्रह कर रहे हैं, ईश्वरप्पा ने कहा, "मेरे समर्थक कह रहे हैं कि यदि मैं शिमोगा चुनाव लड़ूंगा तो अवश्य जीत मिलेगा और मैं चाहता हूं कि मोदीजी फिर से देश के पीएम बनें।"
अपने बेटे को हावेरी से टिकट न दिए जाने पर ईश्वरप्पा के 'नाखुश' होने पर बोम्मई ने कहा, "मैंने सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए संसदीय बोर्ड से केई कांतेश को टिकट देने का आग्रह किया था, लेकिन राष्ट्रीय नेताओं ने कांतेश की बजाय मुझे चुना। ईश्वरप्पा एक बहुत वरिष्ठ और मूल्यवान पार्टी सहयोगी हैं और उन्हें वह सम्मान दिया जाएगा जिसके वह हकदार हैं।"
उन्होंने कहा, "पार्टी कार्यकर्ता चाहते थे कि मौजूदा सांसद डीवी सदानंद गौड़ा बेंगलुरु उत्तर लोकसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ें। ईश्वरप्पा और सदानंद गौड़ा दोनों को पार्टी में बड़े पद दिए जाएंगे।"
ईश्वरप्पा द्वारा अपने बेटे को टिकट न दिए जाने के लिए अपने पिता को दोषी ठहराने पर येदियुरप्पा के बेटे और मौजूदा सांसद बीवाई राघवेंद्र ने कहा कि पार्टी के नेता उनसे संपर्क करेंगे।
बीवाई राघवेंद्र ने कहा, "ईश्वरप्पा परेशान हैं। उनकी जगह किसी को भी दुख होगा। ऐसे मामलों में दर्द महसूस होना सामान्य बात है। मुझे नहीं पता कि ईश्वरप्पा और उनके बेटे को टिकट क्यों नहीं मिला। हालांकि, मुझे नहीं पता कि उन्हें क्यों बीएस येदियुरप्पा पर आरोप लगाया। ऐसा लगता है कि वह मेरे पिता के बारे में गलत राय रखते हैं। मुझे यकीन है कि पार्टी के वरिष्ठ उनके पास पहुंचेंगे और मामले को सुलझाएंगे।''
बीवाई राघवेंद्र ने शिमोगा से उन्हें उम्मीदवार घोषित करने के लिए पार्टी नेतृत्व को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके लिए प्रचार करने के लिए 18 मार्च को निर्वाचन क्षेत्र का दौरा करेंगे।
उन्होंने तहा, "मैं फिर से भाजपा का उम्मीदवार बनकर धन्य महसूस कर रहा हूं। मुझ पर विश्वास जताने के लिए मैं पार्टी नेतृत्व का आभारी हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने हमें एनडीए के लिए 400 से अधिक सीटों का लक्ष्य दिया है। वह 18 मार्च में शिमोगा का दौरा करेंगे। हमारा अभियान उनकी यात्रा के साथ शुरू होगा।''
मालूम हो कि भाजपा ने 13 मार्च को 72 लोकसभा उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें तीन पूर्व मुख्यमंत्री और चार केंद्रीय मंत्री शामिल हैं। कर्नाटक में पार्टी ने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी को धारवाड़ से, तेजस्वी सूर्या को बेंगलुरु दक्षिण सीट से, बोम्मई को हावेरी से और पीसी मोहन को बेंगलुरु सेंट्रल से मैदान में उतारा है। इसके अलावा भाजपा ने शिमोगा से राघवेंद्र और तुमकुरु से वी सोम्माना को भी उम्मीदवार बनाया है।
पार्टी ने इस महीने की शुरुआत में 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की, जिसमें वाराणसी से पीएम मोदी, गांधीनगर से गृह मंत्री अमित शाह और पोरबंदर से मनसुख मंडाविया शामिल हैं।