लोकसभा चुनाव 2019: स्थानीय मुद्दों और केन्द्र की विफलताओं को लेकर मतदाताओं के बीच जाएगी कांग्रेस
By धीरेंद्र जैन | Published: March 15, 2019 01:37 AM2019-03-15T01:37:32+5:302019-03-15T01:37:32+5:30
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अब प्रधानमंत्री मोदी देश में भावनात्मक मुद्दों की राजनीति कर रहे हैं और मीडिया हाउस सरकार के दबाव में कार्य कर रहे हैं।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को घेरने के लिए बुधवार को हुई प्रदेश चुनाव समन्वय समिति की बैठक में आक्रामक रुख रखने का निर्णय लिया है। कांग्रेस लोकसभा चुनाव मंे यूपीए की सरकार बनाने के लिए केन्द्र सरकार की विफलताओं और स्थानीय मुद्दों को मतदाताओं के बीच लेकर जाएगी और केवल जिताऊ प्रत्याशियों पर ही ध्यान केन्द्रित किया जाएगा। कांग्रेस ने दावा किया है कि लोकसभा चुनाव परिणाम के साथ ही मोदी सरकार की विदाई तय है। बुधवार को प्रदेश चुनाव समन्वय समिति की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में आक्रामक प्रचार करेगी और इसके लिए सभी 400 ब्लाॅक स्तर पर जनसभाएं होंगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अब प्रधानमंत्री मोदी देश में भावनात्मक मुद्दों की राजनीति कर रहे हैं और मीडिया हाउस सरकार के दबाव में कार्य कर रहे हैं। सीबीआई और ईडी सहित अन्य एजेंसियों को भी केन्द्र सरकार द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह मुद्दों से भटकाकर चुनाव जीतने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन काठ की हांडी बार बार नहीं चढ़ती। कांग्रेस द्वारा उम्मीदवारों के चयन पर सहमति हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि पिछले लोकसभा चुनाव में मोदी लहर थी लेकिन इस बार जनता 56 इंच के झांसे में नहीं आने वाली।
वहीं उप मुख्यमंत्री और पीसीसी अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि भाजपा इन लोकसभा चुनाव में 10 सीटों पर सांसदों के टिकट काटने की बात कर रही है। चाहे वह कितने भी टिकट बदल ले उसकी हार निश्चित हैं। कांग्रेस के चुनाव प्रचार अभियान का आगाज गुजरात से हो चुका है और जनता मोदी सरकार से छुटकारा पाने को आतुर है। विधानसभा में भी भाजपा ने काम नहीं किया और विधायकों के टिकट काटे थे, तब भाजपा की प्रदेश से विदाई हुई और अब देश से विदाई तय है। अब किसानों, बेरोजगारों व आमजन के मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ा जाएगा।