लोकसभा चुनाव 2019: दागी उम्मीदवारों को टिकट देने में बीजेपी से आगे आप और कांग्रेस 

By संतोष ठाकुर | Published: April 8, 2019 06:04 AM2019-04-08T06:04:25+5:302019-04-08T06:05:57+5:30

लोकसभा चुनाव 2019:पहले चरण के चुनाव की 91 सीटों के लिए दाखिल 1279 नामांकन में से 1266 उम्मीदवारों के नामांकन की समीक्षा में एडीआर ने पाया है कि 213 उम्मीदवारों पर अपराधिक मामले दर्ज हैं।

Lok Sabha Elections 2019: AAP-Congress will be ahead of the BJP in giving ticket to criminal Candidates | लोकसभा चुनाव 2019: दागी उम्मीदवारों को टिकट देने में बीजेपी से आगे आप और कांग्रेस 

लोकसभा चुनाव 2019: दागी उम्मीदवारों को टिकट देने में बीजेपी से आगे आप और कांग्रेस 

Highlightsपहले चरण में कुल 213 उम्मीदवारों पर अपराधिक मुकदमें दर्ज हैंमहाराष्ट्र में 115 उम्मीदवार पहले चरण में अपना भाग्य आजमा रहे हैं।

(संतोष ठाकुर— एसके गुप्ता)

राजनीति में दाग अच्छे हैं। पहले चरण में विभिन्न दलों के उम्मीदवारों की ओर से दाखिल शपथ—पत्र को देखते हुए तो यही लगता है। चुनाव सुधार पर काम करने वाली संस्था एडीआर, एसोसियेशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म, ने पहले चरण की 91 सीटों पर अलग दलों के उम्मीदवारों का जो आंकड़ा एकत्रित किया है, उसमें यह सामने आया है कि सभी प्रमुख दलों ने दागी उम्मीदवारों को टिकट दिया है।

इसकी एक वजह संभवत: जीत को सुनिश्चित करना हो सकता है। पहले चरण के चुनाव की 91 सीटों के लिए दाखिल 1279 नामांकन में से 1266 उम्मीदवारों के नामांकन की समीक्षा में एडीआर ने पाया है कि 213 उम्मीदवारों पर अपराधिक मामले दर्ज हैं। इसमें सबसे अधिक आम आदमी पार्टी के 50 प्रतिशत उम्मीदवार है तो दूसरे नंबर पर कांग्रेस के उम्मीदवार है। उसके 83 में से 35 उम्मीदवार दागी हैं। यह उसके उम्मीदवारों का 42 प्रतिशत है। भाजपा भी इसमें पीछे नहीं है। उसके 83 में से 30 उम्मीदवारों के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज है।

यह करीब 36 प्रतिशत है। राष्ट्रीय दलों के साथ ही क्षेत्रीय दल भी इसमें पीछे नहीं है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 25 में से 13 उम्मीदवार, करीब 52 प्रतिशत दागी हैं तो टीआरएस के 17 में से 3 उम्मीदवार, 18 प्रतिशत दागी हैं। 

एडीआर के राष्ट्रीय संयोजक, सेवानिवृत मेजर जनरल अनिल वर्मा ने लोकमत समाचार से बातचीत में कहा कि पहले चरण में कुल 213 उम्मीदवारों पर अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। इनमें से 146 पर हत्या की चेष्टा, अपहरण करने या कराने, दुष्कर्म, धोखाधड़ी जैसे संगीन मामले दर्ज हैं।

महाराष्ट्र में ऐसे 19 उम्मीदवार हैं तो वहीं सबसे अधिक ऐसे 67 दागी उम्मीदवार आंध्र प्रदेश में हैं। तेलंगाना में ऐसे 53 तो उप्र में 24, बिहार में 14 और पश्चिम बंगाल में आधा दर्जन अपराधिक मामलों में लिप्त उम्मीदवार मैदान में हैं। वर्मा ने कहा कि 91 में से 37 निर्वाचन क्षेत्रों को संवेदनशील घोषित किया गया है क्योंकि यहां पर 3 या उससे अधिक उम्मीदवारों पर अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं।

महाराष्ट्र में 115 उम्मीदवार पहले चरण में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इनमें से 19 पर अपराधिक मामले दर्ज हैं और इनमें से 10 पर संगीन मामले दायर हैं।

वर्ष 2014 आम चुनाव में दागी उम्मीदवार

पार्टी    कुल उम्मीदवार  दागी उम्मीदवार प्रतिशत
कांग्रेस426            61        13
भाजपा    426          89          21
आप427          42      10
बीएसपी  501        75    15
वाईएसआरसीपी38          13  34
टीडीपी    30          10        33
राजद29        19             66
शिवसेना  58            23              40
सपा    195          59       30

 वर्ष 2019 में पहले चरण के चुनाव में दागी उम्मीदवार

पार्टी कुल उम्मीदवार  दागी उम्मीदवार प्रतिशत
कांग्रेस  83        35          42
भाजपा83        30          36
भाजपा2            1          50
बसपा  32            8          25
वाईएसआरसीपी  25            13      52
टीडीपी25            4             16
टीआरएस17            3    18

 

उम्मीदवारों की शैक्षिक योग्यता

पहले चरण में नामांकन पत्रों में 42 फीसदी उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं से 12वीं तो 619 उम्मीदवारों ने स्नातक या अधिक शिक्षित बताई है। उन्नीस उम्मीदवारों ने अपने को साक्षर, 66 उम्मीदवारों ने अपने को अशिक्षित घोषित किया है। 32 फीसदी उम्मीदवारों की उम्र 25 से 40 और 53 फीसदी उम्मीदवारों की उम्र 41 से 60 वर्ष के बीच है। चौदह फीसदी उम्मीदवार 61—80 की उम्र व 2 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी आयु 80 वर्ष से ज्यादा है। 

करोड़पति उम्मीदवार 

नामांकनों की छंटनी में यह साफ हुआ है कि चुनावी मैदान में 1266 उम्मीदवारों में से 401 उम्मीदवार ऐसे हैं जो करोडपति हैं। 91 सीटों पर कांग्रेस के 83 में से 69 और भाजपा के 83 में से 65 उम्मीदवार करोडपति हैं। टीडीपी के 25 के 25 और टीआरएस के 17 के 17 उम्मीदवार करोडपति हैं। वाईएसआरसीपी के 25 में से 22, जनसेना पार्टी के 23 में से 17, बीएसपी के 31 में से 15, एनपीपी के 30 में से 8ए बीजेडी के 4 में से 3, आरपीआई (ए) के 5 में से 2 और सीपीआई (एम) के 8 में से 3 उम्मीदवार करोडपति हैं।

पहले चरण के प्रत्याशियों में सबसे धनिष्ठ तेलंगाना की चेवेल्ला सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कोंडा विश्वेश्वर रेड्डी हैं। इनकी कुल संपत्ति 895 करोड से अधिक है। दूसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश की विजयवाडा सीट से वाईएसआरसीपी प्रत्याशी प्रसाद वीरा पोटलूरी हैं। इन्होंने अपनी कुल संपत्ति 347 करोड से अधिक घोषित की है। इनके बाद तीसरे नंबर पर आंध्र प्रदेश की नरसापुरम सीट से वाईएसआरसीपी प्रत्याशी कनुमुरू  रघु रामा कृष्ण राजू हैं। इनकी कुल संपत्ति 325 करोड से अधिक है। हालांकि मैदान में 23 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी संपत्ति शून्य है। 

 सौ करोड़ की देनदारी 

उत्तराखंड की टिहरी गढवाल सीट से भाजपा प्रत्याशी माला राज्या लक्षमी शाह की कुल संपत्ति 184 करोड रुपए व देनदारी 135 करोड रुपए से अधिक है। उत्तर प्रदेश की बिजनौर सीट से बीएसपी प्रत्याशी मलूक नागर की कुल संपत्ति 249 करोड और देनदारी 101 करोड रुपए से अधिक है। ऐसे ही आंध्र प्रदेश की नरसापुरम सीट से वाईएसआरसीपी प्रत्याशी कनुमुरू  रघु रामा कृष्ण राजू की कुल संपत्ति 325 करोड है और देनदारी 101 करोड से ज्यादा की है।

Web Title: Lok Sabha Elections 2019: AAP-Congress will be ahead of the BJP in giving ticket to criminal Candidates