पीएम मोदी ने सिख दंगों पर कांग्रेस को घेरा, कहा- 'हुआ तो हुआ' जैसे शब्द उनके अहंकार को दिखाता है
By विनीत कुमार | Published: May 10, 2019 02:21 PM2019-05-10T14:21:07+5:302019-05-10T14:21:07+5:30
गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'कांग्रेस में सिर्फ एक परिवार को आगे बढ़ाने के लिए समर्थ लोगों का अपमान किया जाता है।'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को हरियाणा के रोहतक रैली में 1984 के सिख दंगों के मुद्दे पर कांग्रेस को घेरने की कोशिस की। सैम पित्रोदा के 1984 के सिख दंगों को लेकर 'हुआ तो हुआ' बयान पर घेरते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये तीन शब्द कांग्रेस के अहंकार को दिखाता है।
पीएम मोदी ने कहा, 'हरियाणा, हिमाचल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और अन्य प्रदेशों में सिखों को निशाना बनाया गया। इसका नेतृत्व कांग्रेस ने किया। ये पाप कांग्रेस के हर छोटे-बड़े नेता ने किया, लेकिन आज कांग्रेस कह रही है 'हुआ तो हुआ।'
पीएम मोदी ने साथ ही कहा, 'कल कांग्रेस के बड़े नेताओं में से एक ने कहा कि 1984 का सिख दंगा 'हुआ तो हुआ'। ये नेता गांधी परिवार के सबसे बड़े राजदार है, ये राजीव गांधी के अच्छे दोस्त और राहुल गांधी के गुरु हैं।
इनके लिए जीवन का कोई मूल्य नहीं है।'
रॉबर्ट वाड्रा पर पीएम मोदी का निशाना
पीएम मोदी ने प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा पर भी निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा, 'दिल्ली में जो कांग्रेस के नामदार हैं, उनके जो रिश्तेदार हैं, उन्होंने यहां के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ मिलकर क्या-क्या गुल खिलाए हैं, ये भी पूरा देश जानता है। किसान की जमीन कौड़ियों के दाम पर हड़प ली और फिर उस पर भ्रष्टाचार की खेती की गई।'
गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'कांग्रेस में सिर्फ एक परिवार को आगे बढ़ाने के लिए समर्थ लोगों का अपमान किया जाता है, उनकी पहचान को ऊपर नहीं उठने दिया जाता है। भाखड़ा-नांगल डैम की सोच, सर छोटूराम की थी, लेकिन उनको कभी इसका क्रेडिट ही नहीं दिया गया।'
पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की रणनीति में कमी के कारण भारत में 2004 से 2014 के बीच आतंकी हमले होते रहे। पीएम मोदी ने कहा, 'कांग्रेस की कर्मों का परिणाम है कि 2004 से लेकर 2014 तक पाकिस्तान के आतंकी भारत में हमले रहे और कांग्रेस की कमजोर सरकार रोती रही। आपके इस चौकीदार ने इस नीति को बदला है। आज हमारे सपूतों को हमने खुली छूट दी है, सीमा में बांधकर नहीं रखा है।'