तेज प्रताप ने बढ़ाई RJD की मुश्किल, ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ सारण से निर्दलीय लड़ेंगे चुनाव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 2, 2019 07:53 AM2019-04-02T07:53:53+5:302019-04-02T07:53:53+5:30
तेजप्रताप अपने दो करीबी सहयोगियों -जहानाबाद से चंद्र प्रकाश और शिवहर लोकसभा सीट से अंगेश को राजद द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने के लिए दबाव बना रहे थे।
आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने अपनी मां राबड़ी देवी से सारण लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का आग्रह करके राजद के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है जहां उन्होंने यह भी कहा कि अगर उनके आग्रह पर विचार नहीं किया गया तो वह निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर इस सीट से चुनावी मैदान में कूद पडेंगे। साथ ही तेज प्रताप ने कहा कि तेजस्वी यादव पूरी तरह से अपने चाटुकारों से घिर गये हैं।
तेज प्रताप ने 'लालू—राबड़ी मोर्चा' के गठन का ऐलान करते हुए सोमवार को कहा, 'सारण मेरे पिता लालू जी और मां राबड़ी जी की सीट है। मैं अपनी मां से हाथ जोड़कर आग्रह करता हूं कि वह खुद वहां से चुनावी मैदान में उतरें। अगर ऐसा नहीं होता है तो मैं एक निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडूंगा और इसे जीतने की पूरी कोशिश करूंगा।'
बिहार के वैशाली जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक और प्रदेश के पूर्व मंत्री तेज प्रताप ने अपने नए संगठन "लालू—राबड़ी मोर्चा" के बारे में बताया कि 'यह राजद से अलग नहीं है' और उन्होंने अपने माता-पिता की तस्वीरों के अलावा छोटे भाई तेजस्वी यादव की ओर इशारा किया। हालांकि, साथ ही उन्होंने यह ऐलान भी कर डाला कि जरूरत पड़ी तो वे 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े कर सकते हैं।
सारण जिला अंतर्गत पड़ने वाली परसा विधानसभा सीट से राजद विधायक चंद्रिका राय को उनकी पार्टी ने सारण लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार के रूप में घोषित किया था। उनकी बेटी ऐश्वर्या की पिछले साल मई में तेज प्रताप के साथ शादी हुई थी। हालांकि बाद में शादी के छह महीने से कम समय के भीतर तलाक की याचिका दायर की गयी थी।
राय ने उनकी उम्मीदवारी की उनके दामाद द्वारा विरोध किए जाने को नकारते हुए कहा था “वह पार्टी के स्टार प्रचारकों में से एक हैं। वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो राजद के हितों के लिए हानिकारक हो।'
सारण लोकसभा सीट का कई बार प्रतिनिधित्व कर चुके राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने आखिरी बार वर्ष 2009 में यहां से जीत दर्ज की थी। चारा घोटाला मामले में दोषी ठहराए जाने पर उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था। 2014 में लालू की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को सारण सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया था लेकिन वह भाजपा उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी से हार गईं थीं।
तेज प्रताप अपने दो करीबी सहयोगियों -जहानाबाद से चंद्र प्रकाश और शिवहर लोकसभा सीट से अंगेश को राजद द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने के लिए दबाव बना रहे थे। उन्होंने घोषणा की कि दोनों संबंधित सीटों पर अपने मोर्चे के तहत चुनावी मैदान में उतरेंगे। एक प्रश्न का उत्तर देते हुए तेज प्रताप ने कहा कि पार्टी मेरे खिलाफ क्या कार्रवाई कर सकती है। राजद नेतृत्व को यह महसूस करना होगा कि बिहार में राजग सरकार के खिलाफ व्यापक आक्रोश है जिसकी फसल हमें काटनी है। हमें लोगों को नाराज नहीं करना चाहिए।