केन्द्र की सत्ता के लिए अप्रैल और मई माह में सात चरणों के मतदान के बाद 23 मई 2019 को मतगणना होगी, और यदि सियासत के सितारों पर भरोसा करें तो मतगणना के दिन दोपहर के बाद लोकसभा चुनाव के नतीजे दिशा बदलेंगे.
यह दिन- भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, पुनर्वसु, अश्लेषा, पूर्वाफाल्गुनी, हस्त, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढा, श्रवण, धनिष्ठा, पूर्व भाद्रपद और रेवती नक्षत्र में जन्म लेने वाले उम्मीदवारों को जन्म कुंडली की प्रबलता के सापेक्ष बेहतर नतीजे दे सकता है.
जहां, दोपहर तक का समय- मिथुन, कर्क, तुला, धनु, कुम्भ और मीन प्रभावी राशि वालों के लिए अच्छा है, वहीं दोपहर के बाद मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर और मीन प्रभावी राशि वालों के लिए समय उत्तम है.
कर्क और मीन राशि वालों के लिए मतगणना का पूरा दिन अच्छा है.
ज्योतिष के जानकारों का मानना है कि ये परिणाम मतगणना के दिन के नक्षत्र और चन्द्र के गोचर के सापेक्ष हैं, लेकिन वास्तविक नतीजे, उम्मीदवार विशेष की व्यक्तिगत जन्म कुंडली की प्रबलता पर ही निर्भर हैं!