अलवर गैंगरेप: पीएम मोदी की चुनौती के बाद मायावती का पलटवार, ऊना कांड और रोहित वेमुला मामले पर घेरा
By विनीत कुमार | Published: May 12, 2019 04:14 PM2019-05-12T16:14:02+5:302019-05-12T16:16:04+5:30
मायावती ने जवाब देते हुए कहा कि अगर अलवर मामले में राजस्थान की सरकार अगर कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वे निश्चित तौर पर कोई फैसला लेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलवर गैंगरेप पर मायावती को राजस्थान सरकार से समर्थन वापस लेने की चुनौती पर अब बसपा प्रमुख ने पलटवार किया है। मायावती ने कहा कि इस मामले पर उचित कार्रवाई नहीं होने पर वह फैसला करेंगी।
मायावती ने साथ ही पीएम मोदी को गुजरात के ऊना कांड और रोहित वेमुला मामले पर जवाब देने को कहा। मायावती ने कहा कि पीएम मोदी को दलित महिला के साथ अत्यचार के मामले में ऐसी घृणित राजनीति नहीं करनी चाहिए।
दरअसल, पीएम मोदी ने रविवार को कुशीनगर में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि अगर मायावती बेटियों की रक्षा के प्रति इतनी ही ईमानदार हैं तो आज ही, इसी समय राजस्थान की कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लें। पीएम मोदी ने अलवर गैंगरेप का जिक्र करते हुए कहा, 'बेटियों पर अत्याचार करने वाले, राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों को सजा देने के लिए आपके इस चौकीदार ने फांसी की सजा का प्रावधान किया है। कांग्रेस सरकार की भी नीयत सही होती तो अलवर में जो हुआ उसे छिपाने में, दबाने में नहीं लगती।'
इसके बाद मायावती ने जवाब देते हुए कहा कि अगर अलवर मामले में राजस्थान की सरकार अगर कोई कार्रवाई नहीं करती है तो वे निश्चित तौर पर कोई फैसला लेंगी। मायवती ने ऊना दलित कांड और रोहित वेमुला मामले पर पीएम मोदी से इस्तीफे की मांग कर डाली।
इससे पहले मायावती ने शनिवार को दोषियों को फांसी की सजा की मांग की थी। मायावती ने शनिवार को मीडिया को दिये एक बयान में कहा कि अलवर में हुई वारदात न सिर्फ दलितों बल्कि महिलाओं के सम्मान से जुड़ा मामला है, लिहाजा इस घटना के अभियुक्तों को फांसी की सजा दी जानी चाहिये।
मायावती ने कहा, 'हमारी पार्टी चाहती है कि उच्चतम न्यायालय इस अत्यंत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना का स्वत: संज्ञान ले और समयबद्ध सुनवाई कर सख्त कार्रवाई करे।'