Lockdown: मेडिक्लेम पॉलिसी में असमानता को लेकर LPG डिस्ट्रीब्यूटर्स ने किया विरोध
By संतोष ठाकुर | Published: April 4, 2020 11:40 PM2020-04-04T23:40:17+5:302020-04-04T23:40:17+5:30
आल इंडिया एलपीजी डिस्टीब्यूटर्स फैडरेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष पीएन सेठ ने कहा कि सरकार ने हाल ही में किसी डिलीवरी मेन के कोरोना से मृत होने पर 5 लाख रुपये की एकबारगी बीमा योजना शुरू की है। यह सभी कंपनियों के लिए है। लेकिन मेडिक्लेम एक कंपनी विशेष के लिए शुरू की गई है।
लॉकडाउन के दौरान घरों तक एलपीजी सिलेंडर पहुंचाने वाले डिलीवरी कर्मियों ने पेट्रोलियम मंत्रालय से मांग की है कि घरों में इस संकट के समय में एलपीजी पहुंचाने वालों में भेद न किया जाए। इससे एलपीजी डिलीवरी पर असर हो सकता है। उन्होंने कहा कि सभी डिलीवरी मेन को एक समान माना जाए और सभी को मेडिक्लेम की सुविधा दी जाए।
उनकी यह नाराजगी इस बात को लेकर है कि इंडियन ऑयल ने अपने पेट्रोल पंप, डिलीवरी मेन और उनके परिवार के सदस्यों के लिए 1 लाख रुपये का मेडिक्लेम मार्च 2021 तक लिया है। जबकि बीपीसीएल और एचपीसीएल ने ऐसा नहीं किया है।
आल इंडिया एलपीजी डिस्टीब्यूटर्स फैडरेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष पीएन सेठ ने कहा कि सरकार ने हाल ही में किसी डिलीवरी मेन के कोरोना से मृत होने पर 5 लाख रुपये की एकबारगी बीमा योजना शुरू की है। यह सभी कंपनियों के लिए है। लेकिन मेडिक्लेम एक कंपनी विशेष के लिए शुरू की गई है। इंडियन आयॅल ने इसके लिए 22 करोड़ रुपये राशि का प्रीमियम दिया है। हमारा कहना है कि बीपीसीएल और एचपीसीएल के एलपीजी डिलीवरी मेन और पेट्रोलपंप कर्मी के लिए ऐसी ही मेडिक्लेम सेवा हो। बीमारी सभी के लिए एक जैसा ही होती है। फिर यह भेद क्यों है।
फैडरेशन के महासचिव कैलाश डुडानी ने कहा कि हमनें पेट्रोलियम मंत्रालय को अपना मांग पत्र दिया है। हमें उम्मीद है कि सरकार यह भेदभाव खत्म कर सभी जान की कीमत एक समझते हुए बीपीसीएल और एचपीसीएल को भी योजना में शामिल करेगी।