नयी दिल्ली, दो जून राष्ट्रीय राजधानी में लॉकडाउन का बिजली की खपत पर शायद ही कोई प्रभाव नजर आ रहा है और यहां 19 अप्रैल और 31 मई के बीच विद्युत की सर्वाधिक खपत वाले 30 दिनों के दौरान उसकी मांग पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में अधिक रही । विद्युत वितरण कंपनियों के अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
कोविड-19 की भयंकर दूसरी लहर के चलते राष्ट्रीय राजधानी में 19 अप्रैल को लॉकडाउन लगा दिया गया था तथा दुकानों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों एवं संस्थानों को बंद कर दिया गया था। जरूरी सेवाओं को उससे छूट दी गयी दी थी। इकत्तीस मई को लॉकडान में कुछ ढील दी गयी।
पिछले साल भी कोरोना वायरस महामारी फैलने पर इसी दौरान देशव्यापी लॉकडाउन था।
विद्युत वितरण कंपनी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘ लॉकडाउन के 43 दिनों में से 30 दिनों के दौरान विद्युत की सर्वाधिक मांग पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में अधिक रही।’’
उन्होंने कहा कि पिछले साल के सर्वाधिक मांग वाले दिनों की तुलना में इस बार जिन दिनों उसकी खपत कम रही, उसकी मुख्य वजह चक्रवात ताउते जैसे पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम संबंधी दशा रही।
अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल-मई के 61 दिनों के दौरान दिल्ली में विद्युत की सबसे अधिक मांग 48 दिन रही जो कुल दिनों का 78 फीसद है।
उन्होंने कहा कि मई में 31 में से 20 दिन दिल्ली की सर्वाधिक विद्युत मांग पिछले साल के इन दिनों की तुलना में 35 फीसद तक अधिक रही। इसी प्रकार अप्रैल में 30 में से 28 दिन यहां की सर्वाधिक विद्युत मांग पिछले साल की आलोच्य अवधि की तुलना में ज्यादा रही।
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