पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी ने ऐलान किया है कि लोक जनशक्ति पार्टी जेडीयू के साथ गठबंधन में नहीं चुनाव लड़ेगी। पार्ट्री के नेता व राष्ट्रीय जनरल सेक्रेटरी अब्दुल खालिक ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा है कि वैचारिक मतभेद के चलते यह फैसला लिया गया है।
इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि चुनाव परिणामों के उपरांत लोक जनशक्ति पार्टी के तमाम जीते हुए विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकास मार्ग के साथ रहकर भाजपा-लोजपा सरकार बनाएंगे।
लोजपा की राष्ट्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड मीटिंग के दौरान चिराग पासवान समेत पार्टी के सभी नेता मौजू थे। इस बैठक के बाद चिराग पासवान विक्ट्री का संकेत देते नजर आए।
बिहार में एनडीए गठबंधन से अलग रहकर भी केंद्र में साथ रह सकते हैं चिराग पासवान-
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी पहले ही घोषणा कर चुकी है कि एनडीए (NDA) बिहार चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा। ऐसे में राज्य में एलजेपी का एनडीए से गठबंधन टूट सकता है।
लेकिन, केंद्र में बीजेपी के साथ लोजपा का गठबंधन जारी रह सकता है। बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए आज शाम बैठक कर रही है। बिहार चुनाव के लिए 28 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान होगा।
बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के नारा पर विधानसभा चुनाव लड़ेगा एलजेपी-
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले संसदीय बोर्ड की बैठक में एलजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने साफ किया कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में पार्टी बिहार 1st बिहारी 1st के माध्यम से उठाए गए मुद्दों को लेकर ही आम लोगों के बीच जाएगी।
लोजपा इन मुद्दों के आधार पर ही राज्य की नीतीश कुमार सरकार पर हमला करेगी। लोजपा की बैठक में पार्टी के सभी सदस्य मौजूद रहे। कोरोना व ऑपरेशन के कारण पशुपति पारस और कैसर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक में जुड़े थे।