आजादी के आंदोलन की तरह प्लास्टिक अभियान भी पूरी दुनिया में मिसाल बनेगाः शेखावत
By भाषा | Published: September 17, 2019 03:22 PM2019-09-17T15:22:57+5:302019-09-17T15:22:57+5:30
जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने जब लाल किले की प्राचीर से 2014 में शौचालय एवं स्वच्छता की बात की थी, उस समय की देश की स्थिति और माहौल में ऐसी बात करना अभूतपूर्व था। पिछले पांच वर्षों में इसकी सफलता की कहानी पूरे विश्व को आकर्षित कर रही है।’’
एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक पर रोक लगाने के प्रधानमंत्री के आह्वान में पूरे देश की सहभागिता की अपील करते हुए जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि आजादी के आंदोलन की तरह यह अभियान भी पूरी दुनिया में मिसाल बनेगा और सतत विकास लक्ष्य की दिशा में अहम कदम साबित होगा।
शेखावत मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर सुलभ इंटरनेशनल के स्वच्छता विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। जल शक्ति मंत्री ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने जब लाल किले की प्राचीर से 2014 में शौचालय एवं स्वच्छता की बात की थी, उस समय की देश की स्थिति और माहौल में ऐसी बात करना अभूतपूर्व था। पिछले पांच वर्षों में इसकी सफलता की कहानी पूरे विश्व को आकर्षित कर रही है।’’
उन्होंने इस संदर्भ में स्टाकहोम में जल के विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में अपने अनुभवों को भी साझा किया। शेखावत ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन और उसके बाद 1947 में देश की आजादी केवल भारत के लिये ही महत्वपूर्ण नहीं थी बल्कि पूरे विश्व के लिये अनुकरणीय थी।
भारत की आजादी के 25 वर्ष के भीतर दुनिया के अधिकांश देश आजाद हो गए। एक बार उपयोग होने वाले प्लास्टिक पर रोक लगाने के लिये सभी से एकजुट होने की अपील करते हुए मंत्री ने कहा कि भारत जब कुछ करता है, तब दुनिया उसे अपनाती है। ऐसे में हमें इसे साकार बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के संबंध में हम स्वच्छता से जुड़े लक्ष्य को समय से पहले ही हासिल करने जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीजी के स्वच्छता के सपने को साकार करने की दिशा में काम आगे बढ़ाया है और हम सभी को मिलकर इसे साकार बनाना है।
इस अवसर पर सुलभ इंटरनेशनल के बिंदेश्वर पाठक ने कहा कि पिछले 4-5 वर्षों से प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर उसका संगठन स्वच्छता दिवस मनाता है। साफ सफाई के साथ शौचालय का अभियान सामाजिक मूल्यों एवं दायित्वों से जुड़ा है। इस अवसर पर एक स्वच्छता प्रदर्शनी आयोजित की गई और स्कूली बच्चों ने स्वच्छता पर प्रस्तुति भी दी।