नौकरी के बदले जमीन घोटाला केसः पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से पूछताछ, बेटी रोहिणी आचार्य ने कहा-अगर पापा को कुछ हुआ तो मैं किसी को नहीं छोड़ूंगी
By एस पी सिन्हा | Published: March 7, 2023 05:03 PM2023-03-07T17:03:26+5:302023-03-07T17:06:40+5:30
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ‘नौकरी के बदले जमीन घोटाला’ मामले की जांच के तहत मंगलवार को पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद से करीब दो घंटे पूछताछ की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पटनाः लालू परिवार पर चल रहे सीबीआई की कार्रवाई से राजद हमलावर है। एक दिन पहले राबड़ी देवी और फिर आज अब लालू यादव से हुई सीबीआई पूछताछ पर लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने सख्त ऐतराज जताया है। रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर चेतावनी भरी लहजे में कहा है कि अगर लालू यादव को कुछ हुआ तो किसी को छोड़ा नहीं छोड़ूंगी।
उन्होंने यहां तक कहा है कि लालू यादव को परेशान किया जा रहा है। अगर उन्हें कोई परेशानी होगी तो दिल्ली की कुर्सी हिला देंगे। रोहिणी आचार्य ने अपना गुस्सा सोशल मीडिया पर निकालते हुए लिखा- ‘पापा को लगातार परेशान किया जा रहा है। अगर उन्हें कुछ हुआ तो मैं किसी को नहीं छोड़ूंगी। पापा को तंग कर रहे हैं यह ठीक बात नहीं है। यह सब याद रखा जाएगा।
समय बलवान होता है, उसमें बड़ी ताकत होती है। यह याद रखना होगा। पापा को ये लोग तंग कर रहे हैं अगर उनके तंग करने के कारण उन्हें ज़रा भी परेशानी होगी तो दिल्ली की कुर्सी हिला देंगे। अब बर्दाश्त करने की सीमा जवाब दे रही है।‘ पापा को लगातार परेशान किया जा रहा है। अगर उन्हें कुछ हुआ तो मैं किसी को नहीं छोड़ूंगी।
बता दें कि लालू यादव का सिंगापुर में हुए किडनी ट्रांसप्लांट में रोहिणी आचार्य ने ही अपनी किडनी डोनेट की थी। लैंड फॉर जॉब यानी नौकरी के बदले जमीन मामले में सीबीआई ने अक्टूबर 2022 में पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद, उनकी पत्नी राबड़ी देवी के अलावा 14 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।
मामले में राबड़ी देवी के अलावा लालू प्रसाद यादव, उनकी दो बेटियां (मीसा भारती और हेमा यादव) के अलावा 12 अन्य लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर हैं। सीबीआई की टीम ने आज उनकी बेटी मीसा भारती के दिल्ली स्थित आवास पर लालू से 3 घंटे सवाल-जवाब किया है।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने मामले में आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत प्रसाद, राबड़ी देवी और 14 अन्य के खिलाफ एक आरोप पत्र दाखिल किया था और सभी आरोपियों को 15 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए सम्मन भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि यह पूछताछ ‘‘आगे की जांच’’ के तौर पर की जा रही है, जिसमें जांच एजेंसी धन के लेन-देन और वृहद साजिश का पता लगाने की कोशिश कर रही है। प्रसाद चारा घोटाला मामले में दोषी ठहराए गये थे। सोमवार को राबड़ी से पूछताछ किये जाने की विपक्षी दलों ने तीखी आलोचना की थी।
प्रसाद के छोटे बेटे एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा था कि उनका परिवार केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का लगातार विरोध करता रहा है और यही कारण है कि सीबीआई की टीम पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक ट्वीट में कहा था,‘‘जो विपक्षी नेता भाजपा के सामने झुकने को तैयार नहीं हैं, उन्हें ईडी-सीबीआई के जरिये प्रताड़ित किया जा रहा है। आज राबड़ी देवी जी को परेशान किया जा रहा है। लालू प्रसाद जी व उनके परिवार को वर्षों से प्रताड़ित किया जा रहा है, क्योंकि वे झुके नहीं। भाजपा विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है।’’