नौकरी के बदले जमीन केसः राजद प्रमुख लालू यादव के करीबियों पर छापेमारी, राजद विधायक किरण देवी के आवास पर छापेमारी, पटना, भोजपुर सहित कई जगह सर्च
By एस पी सिन्हा | Published: May 16, 2023 04:23 PM2023-05-16T16:23:45+5:302023-05-16T16:24:42+5:30
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के द्वारा राजद विधायक किरण देवी सहित लालू के कई अन्य करीबियों के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया।
पटनाः रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में पूर्व रेल मंत्री व राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही हैं। मंगलवार की सुबह केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के द्वारा राजद विधायक किरण देवी सहित लालू के कई अन्य करीबियों के ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया।
किरण देवी के पटना, भोजपुर सहित कई जगहों पर सीबीआई ने छापेमारी की गई। इसमें सीबीआई के हाथ कई अहम सबूत मिलने की चर्चा है। किरण देवी के बारे में बताया जाता है कि वह लालू यादव और उनके परिवार के बेहद करीबी हैं। विधायक किरण देवी के पति अरुण यादव बड़े बालू कारोबारी हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छापेमारी की कार्रवाई भोजपुर के अंगियांव स्थित किरण देवी के आवास पर छापेमारी की गई। अंगियांव स्थित उनके आवास पर करीब 6 बजे सीबीआई की 8 सदस्यीय टीम पहुंची। टीम की सुरक्षा के लिए एक बस भर के सीआरपीएफ जवान पहुंचे थे। लालू के करीबी पूर्व विधायक अरुण यादव की पत्नी विधायक किरण देवी के पटना स्थित सरकारी आवास पर भी छापेमारी की गई।
पूर्व विधायक अरुण यादव की पत्नी किरण देवी भोजपुर के संदेश से विधायक हैं। बताया जाता है कि सीबीआई के द्वारा देश में 9 स्थानों पर छापेमारी की गई है। इसमें पटना, भोजपुर के साथ-साथ दिल्ली, गुड़गांव, नोएडा में छापेमारी की गई। सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के वक्त उनके आवास पर विधायक किरण देवी और पूर्व विधायक अरुण कुमार समेत परिवार के अन्य सदस्य मौजूद थे।
अरुण यादव राजद से विधायक रह चुके हैं। इसके साथ ही उन्हें बिहार में रेत(बालू) कारोबार में एक बड़े नाम के तौर पर जाना जाता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राबड़ी देवी के अपार्टमेंट में सारे फ्लैट की खरीदारी अरुण यादव ने ही की थी। इस बात का खुलासा आईआरसीटीसी घोटाला मामले के अनुसंधान के दौरान हुआ था।
इसी मामले में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से भी सीबीआई पूछताछ कर चुकी है। अरुण यादव का रेत(बालू) का कारोबार आरा से लेकर पटना तक फैला हुआ है। अरुण यादव के एक कथित दुष्कर्म के मामले में फरार रहने के कारण पिछले चुनाव में संदेश विधानसभा क्षेत्र से उनकी पत्नी किरण देवी को राजद ने टिकट दिया था।
अरुण यादव पर साल 2019 में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म का आरोप लगा था। पोक्सो के विशेष लोक अभियोजक ने बताया कि 19 जुलाई 2019 को नगर थाना अंतर्गत कबीरगंज निवासी युवक के बयान पर अरुण देवी समेत दो लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी कराई गई थी।
इसके तीन साल बाद पूर्व विधायक अरुण यादव ने पोक्सो के विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार सिंह के कोर्ट में समर्पण किया था। लेकिन दिसंबर 2022 में कोर्ट से उन्हें राहत मिली थी। प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय शर्मा ने साक्ष्य के अभाव में पूर्व राजद विधायक यादव को बरी कर दिया था।