चित्तूर (आंध्र प्रदेश), 12 दिसंबर तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले लांसनायक बी साई तेजा को चित्तूर जिले के उनके पैतृक गांव एगुवरेगादई में रविवार दोपहर पूरे सैन्य सम्मान के साथ दफनाया गया।
तेजा के छोटे भाई व सेना में जवान चैतन्य ने उनका अंतिम संस्कार किया। इस दौरान वहां सैंकड़ों ग्रामीण मौजूद थे और ‘जय जवान’ और ‘भारत माता की जय’ के उद्घोष के साथ नम आंखों से उन्हें विदाई दी गई। सेना के अधिकारियों ने तेजा की विधवा को राष्ट्रीय तिरंगा भेंट किया और तेजा के पार्थिव शरीर को पूरे सैन्य सम्मान और बंदूकों की सलामी के साथ दफनाया गया।
उन्होंने बताया कि शनिवार को नाइक के पार्थिव शरीर को बेंगलुरु के आर्मी बेस हॉस्पिटल से फूलों से सजे सैन्य वाहन में उनके गांव लाया गया।
इस दौरान आंध्र-कर्नाटक सीमा से 30 किलोमीटर एगुवरेगादई तक हजारों लोग हाथों में झंडा लिए सड़क किनारे खड़े थे। जवान का पार्थिव शरीर जब उनके गांव पहुंचा तो हृदय विदारक दृश्य देखने को मिला। उनके परिवार के सदस्य और रिश्तेदार अंतिम संस्कार के दौरान बिलख रहे थे।
सेना के अधिकारियों के अलावा आंध्र प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने भी दिवंगत सैनिक को श्रद्धांजलि अर्पित की।
साई तेजा एक दशक पहले सेना में शामिल हुए थे। उनके परिवार में पत्नी श्यामला, पांच साल का बेटा मोक्षागन और तीन साल की बेटी दर्शिनी और माता-पिता हैं। आंध्र प्रदेश में सभी दलों के नेताओं ने साई तेजा के निधन पर शोक व्यक्त किया।
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