लालू यादव के साले को ED ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया, 2.30 करोड़ नकदी और आपत्तिजनक दस्तावेज किए जब्त
By आकाश चौरसिया | Published: March 10, 2024 11:21 AM2024-03-10T11:21:15+5:302024-03-10T15:12:14+5:30
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरजेडी नेता सुभाष यादव को गिरफ्तार किया। इससे पहले उनसे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बिहार में इनके कई ठिकानों में रेड करने के बाद केंद्रीय एजेंसी ने हिरासत में लिया।
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरजेडी नेता सुभाष यादव को गिरफ्तार किया। इससे पहले उनसे जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में बिहार में कई ठिकानों में रेड करने के बाद केंद्रीय एजेंसी ने हिरासत में लिया। सुभाष यादव राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता और पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव के रिश्ते में साले लगते हैं। रेत खनन को लेकर केंद्रीय एजेंसी ने उनके 6 ठिकानों पर छापेमारी की और उनसे जुड़े लोगों की भी धरपकड़ करने के लिए वहां भी जांच की।
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ईडी द्वारा छापेमारी किए गए कुछ परिसरों में सुभाष यादव के ठिकाने बताए गए थे। ईडी ने पटना के पास दानापुर में उनके आवास से 2.30 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए।
सुभाष यादव राजद के टिकट पर लोकसभा भी लड़ चुके हैं। वह बिहार में कथित तौर पर अवैध रेत खनन में शामिल कंपनी मेसर्स ब्रॉडसंस कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक भी हैं।
ईडी की यह कार्रवाई बिहार पुलिस द्वारा मेसर्स ब्रॉडसंस कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड (बीसीपीएल) और उसके निदेशक के खिलाफ 20 एफआईआर दर्ज करने के बाद आई है। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया कि कंपनी ई-चालान का उपयोग किए बिना अवैध खनन और रेत की बिक्री में लगी हुई है। यादव बीपीसीएल में प्रमुख सिंडिकेट सदस्यों में से एक हैं।
जांच में ये भी खुलासा हुआ है कि गैर-कानूनी ढंग से 161 करोड़ रुपए की बालू को बेंचा गया। गैर-कानूनी की बिक्री को माना जा रहा है कि ये सिंडिकेट के द्वारा कंट्रोल की जा रही थी, जिसकी जांच बीसीपीएल ने की। सुभाष यादव के खिलाफ रेड और गिरफ्तारी ऐसे वक्त में हुई है, जब आयकर विभाग ने एमएलसी बिनोद जायसवाल के कुछ ठिकानों पर जांच की।
सुभाष यादव को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद, राजद प्रवक्ता ऋषि मिश्रा ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार ने "अपने ही नेताओं और कार्यकर्ताओं पर भरोसा खो दिया है", यही कारण है कि वह राजनीतिक विरोधियों पर केंद्रीय एजेंसियों को तैनात कर रही है।