राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने और तेजस्वी यादव से CBI द्वारा की गई पूछताछ से केंद्र पर हमलावर हुए ललन सिंह, कही ये बात
By एस पी सिन्हा | Published: March 25, 2023 04:33 PM2023-03-25T16:33:14+5:302023-03-25T16:35:41+5:30
ललन सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के मामले में 24 घंटे के भीतर जिस तरह से फैसला लिया गया उससे साबित हो गया है कि केंद्र की सरकार वह हताशा में आ गई है और बौखलाहट में इस तरह की कार्रवाई की जा रही है।
पटना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म होने और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से सीबीआई द्वारा की गई पूछताछ को लेकर बिहार में सियासत गर्म हो गई है। इसको लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा है कि देश में इमरजेंसी जैसे हालात हो गए हैं। केंद्र की सरकार हताशा और बौखलाहट में इस तरह की कार्रवाई कर रही है। लेकिन देश की जनता सब देख रही है और समय आने पर एक एक चीज का हिसाब चुकता करेगी।
ललन सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के मामले में 24 घंटे के भीतर जिस तरह से फैसला लिया गया उससे साबित हो गया है कि केंद्र की सरकार वह हताशा में आ गई है और बौखलाहट में इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। लोकतंत्र में इस तरह के फैसले लेने से पहले बहुत सारी प्रक्रिया होती है जिसको पूरा करना होता है। कोर्ट अगर किसी जनप्रतिनिधि को सजा सुनाती है तो पहले वह चुनाव आयोग में जाता है।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के माध्यम से मामला लोकसभा अध्यक्ष के पास पहुंचता है, तब लोकसभा अध्यक्ष उसपर फैसला लेते हैं। 10 घंटे के भीतर अगर सारी प्रक्रिया पूरी कर ली जाए तो साफ झलकता है कि इसमें केंद्र सरकार की कहीं न कहीं भूमिका है। केंद्र सरकार ने बौखलाहट और हताशा में आकर इसमें अपनी भूमिका निभाई है। केंद्र की सरकार और भाजपा चिंता न करे देश की जनता सबकुछ देख रही है, 2024 में सबका हिसाब लेगी।
वहीं, रेलवे में नौकरी के बदले जमीन मामले में तेजस्वी यादव से सीबीआई द्वारा की गई पूछताछ पर ललन सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के साथ जो हो रहा है, वही तेजस्वी यादव के साथ भी हुआ है। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने जांच के बाद केस बंद कर दिया था। लेकिन जब 2022 में नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ चले गए, तब फिर से बंद हो चुके मामले को खोला गया और कार्रवाई शुरू कर दी गई।
ललन सिंह ने कहा कि यह पूरी तरह से साफ हो गया है कि केंद्र की सरकार सीबीआई, ईडी समेत अन्य केंद्रीय एजेंसियों को गलत इस्तेमाल कर रही है। अपने राजनीतिक विरोधियों को परेशान करने और उनपर दवाब बनाने के लिए केंद्र की सरकार केंद्रीय एजेंसियों का राजनीतिक इस्तेमाल कर रही है। जनता समय आने पर एक एक चीज का हिसाब चुकता करेगी।