नई दिल्ली:राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने राम मंदिर भूमि पूजन शिलान्यास कार्यक्रम में लाल कृष्ण आडवाणी के नहीं आने पर कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी हमारे पितामह हैं, उन्होंने राम मंदिर आंदोलन को आकाश में पहुंचाया है।
इसके साथ ही राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि एल.के. आडवाणी जी के स्वास्थ्य और शरीर के लिए क्या हितकारी है, यह हम अच्छे से जानते हैं।
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पूर्व भूमि पूजन समारोह होने के बाद अब राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। पिछले दिनों इस बात की जानकारी खुद श्री रामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के माध्यम से दी।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एक वीडियो के माध्यम से कहा था कि प्रधानमंत्री ने राम मंदिर भूमि पूजन समारोह में हिस्सा लेकर जिस मंदिर की नींव रखी उस मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। उन्होंने मंदिर निर्माण के लिए बैंक अकाउंट नंबर साझा कर दान देने की अपील की थी।
बता दें कि श्री रामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की ओर से ट्वीट में लिखा गया, ‘जय श्री राम! प्रभु श्रीराम की पावन जन्मभूमि पर उनके भव्य और दिव्य मन्दिर के निर्माण का कार्य माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा भूमिपूजन पश्चात प्रारम्भ हो गया है। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र सभी श्रीराम भक्तों का आह्वान करता है कि मन्दिर निर्माण हेतु यथाशक्ति व यथासंभव दान करें।
हजार साल तक प्राकृतिक आपदाओं में खड़ा रहेगा राम मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम देख रहे न्यास के एक सदस्य ने पिछले दिनों को कहा कि मंदिर का ढांचा भूकंप रोधी और हजार सालों तक प्राकृतिक आपदाओं को झेलने में सक्षम होगा।
अयोध्या के कारसेवकपुरम में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि मंदिर की नींव के स्तंभ उतने गहरे होंगे जितने नदियों पर बनने वाले पुलों के होते हैं जिससे मंदिर भूकंप रोधी होगा। उन्होंने कहा कि मंदिर इतना मजबूत होगा कि हजार सालों तक प्राकृतिक आपदाओं को झेल सके।
मंदिर के नींव की योजना जल्द ही तैयार हो जाएगी क्योंकि यह अंतिम चरण में है
राय ने कहा कि मंदिर निर्माण का कार्य करने वाले कंपनी ‘लार्सन एंड टर्बो’ ने उन्हें बताया कि मंदिर के नींव की योजना जल्द ही तैयार हो जाएगी क्योंकि यह अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा, “हम तय शुल्क अदा करने के बाद अयोध्या विकास प्राधिकरण से योजना पारित करवाएंगे। हम किसी तरह की छूट नहीं चाहते।”
चंपत राय ने कहा कि जमीन की खुदाई और उसे समतल किये जाने के दौरान मिलने वाली प्रस्तर प्रतिमाओं को मंदिर में प्रदर्शन के लिये रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि न्यास को अब तक अपने बैंक खाते में 42 करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं और लोग एक रुपये से लेकर एक करोड़ तक दान कर रहे हैं।
उन्होंने पांच अगस्त को ‘भूमिपूजन’ के लिए अयोध्या आने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, “संकट के समय और आलोचनाओं के बीच प्रधानमंत्री ने अयोध्या आने और राम लला को साष्टांग दंडवत कर सम्मान व्यक्त करने का फैसला लिया।”