नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष के उत्तर प्रदेश पुलिस की क्राइम ब्रांच के सामने पेश होने के बाद पंजाब कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को अपना भूख हड़ताल खत्म कर दिया.
सिद्धू घटना के दौरान मारे गए पत्रकार रतन कश्यप के लखीमपुर खीरी स्थित आवास पर उन किसानों के परिवारों से मिलने के बाद शुक्रवार को भूख हड़ताल पर बैठ गए, जिन्हें आशीष ने अपनी गाड़ी से कुचल दिया था.
पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने सहारनपुर में पंजाब कांग्रेस नेताओं के साथ हिरासत में लिए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को लखीमपुर खीरी हिंसा में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों से मुलाकात की थी.
लखीमपुर खीरी में आठ लोगों की जान लेने वाली हिंसक झड़पों के दौरान किसानों को अपनी गाड़ी से रौंदने का आरोपी आशीष आज सुबह क्राइम ब्रांच के सामने पूछताछ के लिए पेश हुआ. इससे पहले 8 अक्टूबर को 10 बजे पेश होने के लिए दिए गए समन पर वह नहीं पहुंचे थे.
बीते सात अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले के स्वत: संज्ञान लेने के बाद यूपी पुलिस ने मिश्रा को यह समन जारी किया था. कल यूपी सरकार ने कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट पेश किया था जिसकी जांच पर कोर्ट ने नाराजगी जताई थी.
गौरतलब है कि किसानों का एक समूह उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की यात्रा के खिलाफ तीन अक्टूबर को प्रदर्शन कर रहा था, तभी लखीमपुर खीरी में एक एसयूवी (कार) ने चार किसानों को कथित तौर पर कुचल दिया.
इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के दो कार्यकर्ताओं और एक चालक की कथित तौर पर पीट-पीट कर हत्या कर दी, जबकि हिंसा में एक स्थानीय पत्रकार की भी मौत हो गई थी.
तिकोनिया थानाक्षेत्र में हुई इस घटना में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने कहा था कि मामले की छह आरोपियों में से तीन की मौत हो चुकी है जबकि दो गिरफ्तार किया गया है.