'सैन्य-नागरिक सहयोग ढांचे का अभाव अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नवाचार को बाधित कर रहा है’

By भाषा | Updated: September 7, 2021 20:17 IST2021-09-07T20:17:07+5:302021-09-07T20:17:07+5:30

'Lack of military-civilian cooperation framework hindering innovation in space technology' | 'सैन्य-नागरिक सहयोग ढांचे का अभाव अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नवाचार को बाधित कर रहा है’

'सैन्य-नागरिक सहयोग ढांचे का अभाव अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नवाचार को बाधित कर रहा है’

नयी दिल्ली, सात सितंबर एयर मार्शल विवेक राम चौधरी ने मंगलवार को कहा कि सैन्य और नागरिक संस्थाओं के बीच सहयोग के लिए रूपरेखा की कमी भारत को अगली पीढ़ी की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का बड़े पैमाने पर नवोन्मेष और निर्माण करने से रोक रही है।

वायुसेना के उप प्रमुख ने उद्योग निकाय फिक्की के एक कार्यक्रम में कहा, ''हमारे संदर्भ में, भारतीय अंतरिक्ष पारिस्थितिकी तंत्र फिलहाल मौटे तौर पर असैन्य व्यवस्था पर आधारित है। यह अंतरिक्ष आयोग और इसके घटक अंतरिक्ष विभाग के हिसाब से काम करता है।''

उन्होंने कहा कि मजबूत ''सैन्य-नागरिक मेल'' जैसी रूपरेखा की कमी अगली पीढ़ी की अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों को बड़े पैमाने पर नवोन्मेष और निर्माण करने से रोक रही है।

उन्होंने कहा कि इस संबंध में खासतौर पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

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Web Title: 'Lack of military-civilian cooperation framework hindering innovation in space technology'

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