कोविड महामारी अभी समाप्त नहीं हुई, प्रोटोकॉल के अनुरूप जल्द टीका लगवा लें : राष्ट्रपति कोविंद
By भाषा | Updated: August 14, 2021 22:32 IST2021-08-14T22:32:24+5:302021-08-14T22:32:24+5:30

कोविड महामारी अभी समाप्त नहीं हुई, प्रोटोकॉल के अनुरूप जल्द टीका लगवा लें : राष्ट्रपति कोविंद
नयी दिल्ली, 14 अगस्त राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कोरोना वायरस महामारी के स्वास्थ्य एवं अर्थव्यवस्था पर पड़े विनाशकारी प्रभावों का उल्लेख करते हुए शनिवार को कहा कि महामारी की तीव्रता में कमी आई है, लेकिन इसका प्रभाव अभी समाप्त नहीं हुआ है, ऐसे में प्रोटोकॉल के अनुरूप जल्दी से जल्दी टीका लगवा लें और दूसरों को भी प्रेरित करें।
देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्वसंध्या पर दूरदर्शन पर प्रसारित राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि यह वायरस एक अदृश्य व शक्तिशाली शत्रु है, जिसका विज्ञान द्वारा सराहनीय गति के साथ सामना किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘सभी प्रयासों के परिणाम-स्वरूप, काफी हद तक, सामान्य स्थिति बहाल हो गई है और अब हमारे अधिकांश देशवासी राहत की सांस ले रहे हैं। अब तक के अनुभव से यही सीख मिली है कि अभी हम सबको लगातार सावधानी बरतने की जरूरत है। ’’
राष्ट्रपति ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर से सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे पर बहुत दबाव पड़ा है और सच तो यह है कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं समेत, किसी भी देश का बुनियादी ढांचा, इस विकराल संकट का सामना करने में समर्थ सिद्ध नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, "हमने स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए युद्ध-स्तर पर प्रयास किए। देश के नेतृत्व ने इस चुनौती का डटकर सामना किया।’’
कोविंद ने कहा कि केंद्र सरकार के प्रयासों के साथ-साथ राज्य सरकारों, निजी क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाओं, गैर सरकारी संगठनों तथा अन्य समूहों ने सक्रिय योगदान किया।
उन्होंने कहा, " महामारी की तीव्रता में कमी आई है लेकिन कोरोना-वायरस का प्रभाव अभी समाप्त नहीं हुआ है तथा इस वर्ष आई महामारी की दूसरी लहर के विनाशकारी प्रभाव से हम अभी तक उबर नहीं पाए हैं।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि इस समय वैक्सीन विज्ञान द्वारा सुलभ कराया गया सर्वोत्तम सुरक्षा कवच है।
उन्होंने देशवासियों से कहा, ‘‘ हमारे देश में चल रहे विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 50 करोड़ से अधिक देशवासियों को वैक्सीन लग चुकी है। मैं सभी देशवासियों से आग्रह करता हूं कि वे प्रोटोकॉल के अनुरूप जल्दी से जल्दी वैक्सीन लगवा लें और दूसरों को भी प्रेरित करें।’’
कोविंद ने कहा कि पिछले वर्ष, सभी लोगों के असाधारण प्रयासों के बल पर संक्रमण के प्रसार पर काबू पाने में सफलता मिली थी।
उन्होंने कहा," हमारे वैज्ञानिकों ने बहुत ही कम समय में वैक्सीन तैयार करने का कठिन काम सम्पन्न कर लिया। इसलिए, इस वर्ष के आरंभ में हम सब विश्वास से भरे हुए थे क्योंकि हमने इतिहास का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया था।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि फिर भी, कोरोना-वायरस के नए रूपों और अन्य अप्रत्याशित कारणों के परिणाम-स्वरूप देश को दूसरी लहर का भयावह प्रकोप झेलना पड़ा।
उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे इस बात का गहरा दुख है कि दूसरी लहर में बहुत से लोगों की प्राण रक्षा नहीं की जा सकी और बहुत से लोगों को भारी कष्ट सहने पड़े। आप सभी पीड़ित परिवारों के दुख में, बराबर का भागीदार हूं। ’’ उन्होंने इस दिशा में डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों, प्रशासकों और अन्य कोरोना योद्धाओं के प्रयासों की सराहना की ।
उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए युद्ध-स्तर पर प्रयास किए तथा चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए एक वर्ष की अवधि में ही तेईस हजार दो सौ बीस करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
कोविंद ने कहा कि सरकार, उन मजदूरों और उद्यमियों की जरूरतों के प्रति भी संवेदनशील रही है, जिन्हें लॉकडाउन और आवागमन पर प्रतिबंधों के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है।
उन्होंने कहा कि इनकी जरूरतों को समझते हुए सरकार ने पिछले वर्ष उन्हें राहत प्रदान करने के लिए बहुत से कदम उठाए थे।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी सरकार ने मई और जून में करीब 80 करोड़ लोगों को अनाज उपलब्ध कराया और अब यह सहायता दीपावली तक के लिए बढ़ा दी गई है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इसके अलावा, कोविड से प्रभावित कुछ उद्यमों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार ने हाल ही में 6 लाख 28 हजार करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि जन कल्याण की योजनाओं और आत्मनिर्भर भारत अभियान पर विशेष ज़ोर दिया जा रहा है।
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