कोविड-19: एक वर्ष बाद भारत में स्थिति और विकट, मामलों में बढ़ोतरी, वायरस के नये स्वरूप आये सामने

By भाषा | Published: April 10, 2021 07:56 PM2021-04-10T19:56:17+5:302021-04-10T19:56:17+5:30

Kovid-19: After one year, the situation in India is more severe, increase in cases, new forms of virus came to the fore. | कोविड-19: एक वर्ष बाद भारत में स्थिति और विकट, मामलों में बढ़ोतरी, वायरस के नये स्वरूप आये सामने

कोविड-19: एक वर्ष बाद भारत में स्थिति और विकट, मामलों में बढ़ोतरी, वायरस के नये स्वरूप आये सामने

नयी दिल्ली, 10 अप्रैल पिछले वर्ष जब लाखों भारतीयों ने कोविड योद्धाओं के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए अपने घरों के बिजली के बल्ब बंद कर दिये थे और मोमबत्ती एवं मिट्टी के दीये जलाये थे तब कई ने संभवत: यह सोचा होगा कि लड़ाई जल्द ही खत्म हो जाएगी, लेकिन तब से एक साल बीत गए हैं, किंतु स्थिति और विकट हो गई है।

पिछले साल 10 अप्रैल को लाखों लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में देश के ‘‘सामूहिक संकल्प और एकजुटता’’ दिखाने की अपील पर प्रतिक्रिया जतायी थी। तब संक्रमितों के कुल मामले 6,761 थे जबकि मृतक संख्या 206 थी।

वर्तमान समय की बात करें तो भारत में शनिवार को कोविड-19 के 1,45,384 नये मामले सामने आये जिससे देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,32,05,926 हो गई, जबकि मृतक संख्या बढ़कर 1,68,436 हो गई है।

अकेले दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 8,500 नए मामले सामने आये थे जबकि महाराष्ट्र में 58,000 से अधिक नये मामले आये थे।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 10 राज्यों - महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान- में वर्तमान में प्रतिदिन सामने आने वाले कोविड-19 के मामलों में तेजी देखी जा रही है।

मंत्रालय ने कहा कि शनिवार को सामने आये नये मामलों में से 82.82 प्रतिशत मामले इन राज्यों से थे।

उपचाराधीन मरीजों की संख्या साढ़े छह महीने के बाद एक बार फिर 10 लाख से अधिक हो गई है। देश में एक दिन में 794 और मरीजों की मौत हुई, जो पिछले साल 18 अक्टूबर के बाद से सबसे अधिक है।

भारत में पिछले साल 19 दिसंबर को कोविड-19 संक्रमण के मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। संक्रमण के प्रसार में थोड़े समय के लिए कमी आयी और जनवरी 2021 में स्थिति में सुधार हुआ।

गत 2 फरवरी को देश में एक दिन में सबसे कम सिर्फ 8,635 मामले सामने आये थे। हालांकि, यह प्रवृत्ति लंबे समय तक नहीं चली और मार्च 2021 में संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने लगे।

बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी भी वायरस से संक्रमित हुए हैं, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने टीके की दोनों खुराकें ले ली हैं।

देश में अभी तक 9.78 करोड़ से अधिक कोविड-19 टीके की खुराक स्वास्थ्य सेवा और अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों और 45 से अधिक आयु के लोगों को दी गई है।

भारत रात के समय कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगाकर और रोजाना 20 लाख से ज्यादा लोगों को टीके लगाकर कोरोना वायरस की दूसरी लहर को रोकने के प्रयास कर रहा है।

कोरोना वायरस के कई और प्रकार सामने आए हैं और कई विशेषज्ञों का मानना ​​है कि हो सकता है कि ये देश में मामलों में हो रही वृद्धि के लिए जिम्मेदार हों।

कोविड-19 के तीन नये प्रकारों की पहचान की गई है जिसमें ब्रिटेन में सामने आया कोविड-19 का स्वरूप, ब्राजील में सामने आया प्रकार और दक्षिण अफ्रीका में सामने आया कोविड-19 का नया स्वरूप शामिल है।

भारत में महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्यों में एक नए ‘‘डबल म्यूटेंट’’ कोविड-19 प्रकार का भी पता चला है, जहां कोरोना वायरस मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।

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Web Title: Kovid-19: After one year, the situation in India is more severe, increase in cases, new forms of virus came to the fore.

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