जानिए आज क्या-क्या हुआ थाः मिर्जा गालिब का जन्म, धनबाद के कोयला खदान में दुर्घटना, 372 की मौत, बेनजीर भुट्टो की हत्या
By भाषा | Published: December 27, 2019 07:32 AM2019-12-27T07:32:34+5:302019-12-27T07:32:34+5:30
27 दिसंबर 1985 को भी ऐसी ही एक घटना हुई जब यूरोप के दो शहरों पर चरमपंथियों ने हमला करके कम से कम 16 लोगों की जान ले ली और इस दौरान 100 से ज्यादा लोग घायल हुए। इटली के रोम अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुए पहले हमले में छह बंदूकधारियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाई। इस घटना में तीन बंदूकधारियों सहित कुल 13 लोग मारे
21वीं सदी में मारकाट, खूनखराबा और अपनी हितपूर्ति के लिए निर्दोष लोगों की जान लेना रोजमर्रा की बात है और यह सिलसिला 20वीं सदी के अंतिम दो दशक की देन कहा जा सकता है।
27 दिसंबर 1985 को भी ऐसी ही एक घटना हुई जब यूरोप के दो शहरों पर चरमपंथियों ने हमला करके कम से कम 16 लोगों की जान ले ली और इस दौरान 100 से ज्यादा लोग घायल हुए। इटली के रोम अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हुए पहले हमले में छह बंदूकधारियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाई। इस घटना में तीन बंदूकधारियों सहित कुल 13 लोग मारे गए।
दूसरी घटना में आस्ट्रिया के वियना हवाई अड्डे पर तीन हमलावरों ने तेल अवीव जाने वाले विमान के यात्रियों पर हथगोला फेंका और तीन लोगों की जान ले ली।
देश-दुनिया के इतिहास में 27 दिसंबर की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1797 : उर्दू के महान शायर मिर्जा गालिब का जन्म।
1861 : चाय की पहली सार्वजनिक नीलामी कलकत्ता में हुई।
1911 : भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कलकत्ता (अब कोलकाता) अधिवेशन के दौरान पहली बार ‘जन गण मन’ गाया गया।
1939 : तुर्की में भूकंप से लगभग चालीस हजार लोगों की मौत।
1960 : फ़्रांस ने अफ़्रीका के सहारा रेगिस्तान में तीसरा परमाणु परीक्षण किया और परमाणु प्रक्षेपास्त्र विकसित करने के रास्ते पर एक कदम और आगे बढ़ गया।
1975 : झारखंड के धनबाद जिले में चासनाला कोयला खदान दुर्घटना में 372 लोगों की मौत।
1979 : अफगानिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद सोवियत सेना ने हमला किया।
1985 : यूरोप के विएना और रोम हवाई अड्डों पर चरमपंथियों के हमले में 16 लोग मारे गए और सौ से ज्यादा घायल हुए।
2000 : आस्ट्रेलिया में विवाह पूर्व संबंधों को क़ानूनी मान्यता दी गई।
2007 : पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की रावलपिंडी के पास बम हमले और गोलीबारी में हत्या।