केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन जेल से रिहा, हाथरस गैंगरेप के बाद हुई थी गिरफ्तारी
By अंजली चौहान | Published: February 2, 2023 10:37 AM2023-02-02T10:37:45+5:302023-02-02T14:03:27+5:30
दरअसल, हाथरस में दलित महिला के साथ बलात्कार के बाद उसकी मौत हो गई थी। पुलिस का आरोप था कि कप्पन के वहां जाने का इरादा इलाके में अशांति फैलाना था।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की जेल में बंद केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन को रिहाई मिल गई है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में फंसे सिद्दीक को 28 महीने बाद गुरुवार को जेल ने रिहा कर दिया गया है। गौरतलब है कि सिद्दीक को लगभग दो साल पहले यूपी पुलिस ने गिफ्तार किया था, जब वह हाथरस जा रहा था।
दरअसल, हाथरस में दलित महिला के साथ बलात्कार के बाद उसकी मौत हो गई थी। पुलिस का आरोप था कि कप्पन के वहां जाने का इरादा इलाके में अशांति फैलाना था। बता दें कि कप्पन और अन्य तीन लोगों पर प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबंध रखने और हिंसा भड़काने की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था।
Lucknow, Uttar Pradesh | Kerala journalist Siddique Kappan who was booked by the UP government under the Unlawful Activities Prevention Act (UAPA) released from jail after he was granted bail. pic.twitter.com/iW02VwqprG
— ANI (@ANI) February 2, 2023
सुप्रीम कोर्ट ने दी जमानत
सिद्दीक कप्पन पर आतंकवाद रोधी कानून यूएपीए के तहत राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। पिछले साल फरवरी में प्रवर्तन निदेशालय ने उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामले में भी शिकायत दर्ज की थी। इसमें प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से रुपये लेने का आरोप शामिल है। सितंबर 2022 में कप्पन को आतंकवाद के मामले नें सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी। हालांकि, ईडी की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग केस के कारण उन्हें जेल में ही रहना पड़ा था।
वहीं, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कप्पन को 23 दिसंबर को जमानत दे दी थी। कप्पन को जमानत से रिहा होने के लिए मुचलके की जरूरत थी, जिसे बुधवार को अदालत में पेश करने के बाद उनकी रिहाई हो सकी है। जेल से रिहा होने के बाद कप्पन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें झूठे आरोप में फंसाया गया था। वह अब जेल से बाहर है इसकी उन्हें खुशी है। वह अपनी रिहाई के लिए मीडिया और तमाम उन लोगों का शुक्रिया कहना चाहते हैं जिन्होंने उनका साथ दिया था।