कठुआ- उन्नाव पर विरोध प्रदर्शन करने वाले 900 लोग हिरासत में, विरोध के नाम पर हिंसा फैलाने का आरोप
By पल्लवी कुमारी | Published: April 18, 2018 07:36 PM2018-04-18T19:36:53+5:302018-04-18T19:36:53+5:30
कठुआ और उन्नाव रेप केस के विरोध में दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश, बिहार, गोवा और केरल के अलावा देश के विभिन्न शहरों में हजारों लोगों ने कैंडल मार्च निकाला है।
तिरुवनंतपुरम, 18 अप्रैल: कठुआ और उन्नाव रेप का विरोध पूरे देश में हो रहे हैं। इसी कड़ी में केरल में विभिन्न संगठनों द्वारा 16 अप्रैल को बंद का आह्वान किया गया था। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा फैलने के आरोप में केरल पुलिस ने 900 लोगों को हिरासत में लिया है।
कठुआ रेप केस और उन्नाव रेप केस के विरोध में सोशल मीडिया के माध्यम से बंद बुलाए जाने के बाद राज्य के कई जिलो में तनाव की स्थिति बन गई थी। जिसको देखते हुए हाई अलर्ट घोषित कर दिया था। केरल पुलिस के अनुसार, सोमवार को बंद के दौरान सरकारी बसों को रोकने, दुकानों को जबरदस्ती बंद कराने और पत्थरबाजी करने के लिए राज्य में विभिन्न हिस्सों में कुल 900 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
Over 900 people detained in #Kerala for creating violence in the name of strike on 16 April 2018, called by different groups in protest against #Kathua & #Unnao rape cases: Kerala Police
— ANI (@ANI) April 18, 2018
बता दें कि पिछले कुछ दिनों में कठुआ और उन्नाव रेप केस के विरोध में दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश, बिहार, गोवा और केरल के अलावा देश के विभिन्न शहरों में हजारों लोगों ने कैंडल मार्च निकाला है।
कठुआ गैंगरेप मामले पर दिल्ली हाई कोर्ट ने आज सुनवाई करते हुए पीड़िता की पहचान जाहिर करने वाले मीडिया हाउसों को 10 लाख रुपये जुर्माना देने का आदेश दिया है। हाई कोर्ट ने कहा है कि इन मीडिया हाउस द्वारा दिया गया पैसा जम्मू-कश्मीर पीड़ित क्षतिपूर्ति फंड में ट्रांसफर किया जाएगा। अदालत ने बलात्कार पीड़िताओं की पहचान उजागर करने वाले मीडिया वालों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि बलात्कार पीड़िताओं की पहचान जाहिर करने वाले किसी भी व्यक्ति को छह महीने तक जेल की सजा हो सकती है। हाई कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 25 अप्रैल की तारीख दी है।