'कश्मीरी पंडितों को 'घर वापसी' का सपना दिखाया गया था, लेकिन...', उद्धव ठाकरे ने जताई चिंता
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 5, 2022 08:18 AM2022-06-05T08:18:34+5:302022-06-05T08:25:00+5:30
जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में आम नागरिकों पर होने वाले हमलों में वृद्धि देखी गई है। पिछले तीन महीनों में आतंकवादियों ने 13 लोगों की हत्या कर दी। समुदाय के कई लोग कथित तौर पर अपने परिवारों के साथ घाटी छोड़ रहे हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कश्मीर घाटी में ''हिंदुओं और कश्मीरी पंडितों की निशाना बनाकर हत्या की घटनाओं'' पर शनिवार को चिंता व्यक्त की।
शिवसेना प्रमुख ठाकरे ने यहां एक बयान में कहा कि कश्मीरी पंडित घाटी से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा, ''कश्मीरी पंडितों को 'घर वापसी' (घाटी में पुनर्वास) का सपना दिखाया गया था, लेकिन उनकी निशाना बनाकर हत्याएं की जा रही हैं। पंडितों का पलायन स्तब्ध करने वाली घटना है।''
मुख्यमंत्री ने कश्मीरी पंडित समुदाय को आश्वासन दिया कि ''महाराष्ट्र उनके साथ मजबूती से खड़ा है।'' उन्होंने कहा कि 1995 में, जब शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन महाराष्ट्र में सत्ता में आया, तो शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने कश्मीरी पंडितों के बच्चों के लिए राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण सुनिश्चित किया था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कश्मीरी पंडित नेताओं के संपर्क में है और उनकी सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश करेगी।
महाराष्ट्र के मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी जम्मू कश्मीर में निशाना बनाकर हत्या की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "कश्मीर की स्थिति बेहद चिंताजनक है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्थिति बार-बार पैदा हो रही है... हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाएगी।"
बता दें कि, जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में आम नागरिकों पर होने वाले हमलों में वृद्धि देखी गई है। पिछले तीन महीनों में आतंकवादियों ने 13 लोगों की हत्या कर दी। समुदाय के कई लोग कथित तौर पर अपने परिवारों के साथ घाटी छोड़ रहे हैं।