कासगंज हिंसा: दो अन्य अभियुक्त नसीम और वसीम पिस्टल के संग गिरफ्तार
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: February 8, 2018 10:33 AM2018-02-08T10:33:33+5:302018-02-08T10:34:15+5:30
उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में 26 जनवरी को दो समुदायों को बीच हुई हिंसक झड़प में चंदन गुप्ता नामक युवक की मौत हो गयी थी।
कासगजं हिंसा के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार (सात फरवरी) को दो अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। नसीम और वसीम नामक अभियुक्तों को पुलिस ने दो पिस्टर और गोलियों के साथ पकड़ा है। इससे उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में 26 जनवरी को दो समुदायों को बीच हुई हिंसक झड़प में चंदन गुप्ता नामक युवक की मौत हो गयी थी। घटना में दोनों समुदायों के कई अन्य लोग घायल हुए थे। कासगंज हिंसा मामले में अभी तक पुलिस करीब एक दर्जन लोगों को गिरप्तार कर चुकी है। पांच फरवरी को दिल्ली पुलिस ने कासगंज के एक 70 हजार इनामी बदमाश को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था।
गणतंत्र दिवस पर तिंरगा यात्रा के दौरान कासगंज में हुई हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता की बहन और मौसी ने मंगलवार (छह फरवरी) को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके चंदन को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग दोहराई। मुख्यमंत्री ने उनकी बातें सुनीं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिलाया। लेकिन शहीद का दर्जा देने की मांग पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
कुछ गैर-सरकारी संगठनों की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने सोमवार (पाँच फ़रवरी) को पेश की गई अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को हुई हिंसा पूर्व-नियोजित थी ताकि "धार्मिक ध्रुवीकरण और हिंसक मुठभेड़ करवाई जा सके।" इन संगठनों ने "यूनाइटेड अगेंस्ट हेट" के बैनर के तहत दो फरवरी को कासगंज का दौरा किया था। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश पुलिस की कासगंज में हुई हिंसा में "अल्पसंख्यकों के निशाना" बनाया।