पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोल दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी पी चिदंबरम के पक्ष में बयान दे चुके हैं। कल रात जो हाई वोल्टेज ड्रामा भी देखने को मिला। जब सीबीआई की टीम पी चिदंबरम को गिरफ्तार करने उनके आवास पर गई थी। आज इस मामले में नया मोड़ ले लिया है।
तमिलनाडु से कांग्रेस सांसद और पूर्व वित्त मंत्री के पुत्र कार्ति चिदंबरम ने कहा कि यह सिर्फ मेरे पिता को निशाना बनाने का मामला नहीं है, बल्कि कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाने का मामला है। मैं जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करूंगा। इसके अलावा अनुच्छेद 370 के खिलाफ भी प्रदर्शन करेंगे।
पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया के प्रमोटर पीटर मुखर्जी या उसकी पत्नी इंद्राणी मुखर्जी से किसी भी प्रकार का संबंध होने से सिरे से इनकार किया और अपने पिता की गिरफ्तारी को ‘‘राजनीतिक प्रतिशोध’’ करार दिया।
आईएनएक्स मीडिया मामले में बुधवार देर रात चिदंबरम की गिरफ्तारी से बाद कार्ति गुरुवार सुबह चेन्नई से यहां पहुंचे। दिल्ली हवाईअड्डे से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा,‘‘यह सिर्फ मेरे पिता को निशाना बनाने का मामला नहीं है, बल्कि कांग्रेस पार्टी को निशाना बनाने का मामला है। मैं जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करूंगा।’’
कार्ति ने कहा कि उनके पिता पी चिदंबरम को सीबीआई के समक्ष पेश होने की कोई कानूनी जरूरत नहीं थी। साथ ही उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि उनके पिता छिपे हुए थे। उन्होंने कहा कि अनेक प्रयासों के बावजूद सीबीआई उनके खिलाफ कोई मामला नहीं ढूंढ पाई।
पूर्व वित्त मंत्री के बेटे ने कहा,‘‘पहली बात कि हमें निशाना बनाया जा रहा है। मेरे पिता को किसी के लिए भी उपलब्ध रहने की कोई कानूनी आवश्यकता नहीं है... मेरे पिता इस सरकार के मुखर आलोचक हैं । मामले का कोई कानूनी आधार नहीं है। आरोप मनगढ़ंत हैं।’’
उन्होंने कहा कि एजेंसी के नियमों के बारे में उन्हें जानकारी है और सीबीआई ने कभी भी किसी को दो घंटे का नोटिस नहीं दिया है। कार्ति ने कहा,‘‘मुझे 20 बार तलब किया गया और चार बार छापे मारे गए। इतनी बार किसी के यहां भी छापे पहीं पड़े लेकिन इसके बावजूद उनके पास कोई मामला नहीं है...हर बार मुझे (समन) में एक सप्ताह का वक्त दिया गया।’’
पीटर और इंद्राणी मुखर्जी से संबंधों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि न तो वह उन्हें जानते हैं और न ही कभी उनसे मिले हैं। कार्ति ने कहा,‘‘ मैं पीटर मुखर्जी से कभी नहीं मिला और न ही इंद्राणी मुखर्जी से मिला हूं, मैं उनसे (इंद्राणी) बस सीबीआई पूछताछ के दौरान बायकुला जेल में मिला था। किसी से एफआईपीबी (विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड) में नहीं मिला, एफआईपीबी की प्रक्रिया भी नहीं जानता।’’