"हिन्दू शब्द का अर्थ गंदा है.." वाले बयान पर अड़े कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष सतीश जारकीहोली, कहा- मुझे गलत साबित करें
By रुस्तम राणा | Published: November 8, 2022 02:42 PM2022-11-08T14:42:25+5:302022-11-08T15:06:39+5:30
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकीहोली ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि 'हिंदू' शब्द का एक गंदा अर्थ है और कहा कि अगर वह गलत साबित हुए तो विधायकी से इस्तीफा दे देंगे।
बेलगावी: कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष सतीश जारकीहोली अपने 'हिन्दू कहां से आया?' वाले विवादित बयान पर अडिग हैं। मंगलवार को उन्होंने कहा कि मैं गलत हूं तो साबित कीजिए। उन्होंने कहा अगर मैं गलत साबित हो जाता हूं तो मैं अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा।
सतीश जारकीहोली ने सोमवार को एक सभा में यह कहा था कि 'हिन्दू' शब्द कहाँ से आया है? यह फारस से आया है...तो भारत के साथ इसका क्या संबंध है? तुम्हारा 'हिन्दू' कैसा है? व्हाट्सएप, विकिपीडिया पर चेक करें, ये शब्द आपका नहीं है। आप इसे एक आसन पर क्यों रखना चाहते हैं?... इसका अर्थ गंदा है। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस ने उनके इस बयान से किनारा कर लिया था।
Belagavi | "Let everyone prove I’m wrong. If I am wrong, I’ll resign as MLA and not just apologise for my statement," said Satish Jarkiholi, Karnataka Pradesh Congress Committee working president https://t.co/Cfq17AjP5Ypic.twitter.com/Jykp16gG7p
— ANI (@ANI) November 8, 2022
अपनी सफाई में उन्होंने कांग्रेस नेता ने कहा, "मैंने जो कहा उसमें कुछ भी गलत नहीं है। यह फारसी शब्द (हिंदू) कैसे आया, इसके बारे में सैकड़ों रिकॉर्ड हैं। इसका उल्लेख स्वामी दयानंद सरस्वती की पुस्तक 'सत्यार्थ प्रकाश', डॉ जीएस पाटिल की पुस्तक 'बसव भारत' और बाल गंगाधर तिलक की पुस्तक में किया गया है। 'केसरी' अखबार भी है। ये सिर्फ 3-4 उदाहरण हैं, विकिपीडिया या किसी भी वेबसाइट पर ऐसे कई लेख उपलब्ध हैं, कृपया इसे पढ़ें।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर वह गलत साबित हुए तो विधायक का पद छोड़ देंगे। उन्होंने कहा, "सभी को साबित करने दें कि मैं गलत हूं। अगर मैं गलत हूं तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा, सिर्फ अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगूंगा।"
मुख्यमंत्री बसवराज एस बोम्मई ने इस टिप्पणी की निंदा की। उन्होंने कहा "वे आधे ज्ञान के साथ मतदाताओं को खुश करने के लिए बयान देते हैं और अल्पसंख्यक वोट पाने का सपना देखते हैं। यह राष्ट्र विरोधी है और सभी को इसकी निंदा करनी चाहिए। क्या राहुल गांधी और सिद्धारमैया की चुप्पी सतीश जारकीहोली के बयानों का समर्थन कर रही है?"