कर्नाटकः 20 छात्रों को क्लास में नमाज की इजाजत देने पर हेड मिस्ट्रेस सस्पेंड, शिक्षा विभाग ने दिया दिलचस्प तर्क
By आजाद खान | Updated: January 29, 2022 09:13 IST2022-01-29T08:37:35+5:302022-01-29T09:13:49+5:30
कर्नाटक स्कूली शिक्षा विभाग का कहना है कि इससे शैक्षणिक व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ेगा और इससे शैक्षिक संस्थानों की प्रगति भी नहीं हो सकेगी।

कर्नाटकः 20 छात्रों को क्लास में नमाज की इजाजत देने पर हेड मिस्ट्रेस सस्पेंड, शिक्षा विभाग ने दिया दिलचस्प तर्क
कोलार: कोलार के एक स्कूल में शिक्षक द्वारा करीब 20 बच्चों को क्लास में ही नमाज पढ़ने की इजाजत देना भारी पड़ गया है। इस पर कार्रवाई करते हुए कर्नाटक में स्कूली शिक्षा विभाग ने उस टीचर को निलंबित कर दिया है। विभाग ने इसके लिए अजीब तर्क भी दिया है। टीचर के निलंबन पर बोलते हुए विभाग ने कहा कि शिक्षक द्वारा इस तरीके का हरकत से बच्चों में अलगाववाद की भावना विकसित होती है। इसलिए टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है। यही नहीं टीचर को बिना इजाजत जिला भी नहीं छोड़ने की बात कही गई है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक, कोलार जिले के सोमेश्वरपाल्या में बालचेंगप्पा कन्नड़ मॉडल हाई स्कूल की हेड मिस्ट्रेस एस एम उमादेवी पर क्लास में ही नमाज पढ़ने की इजाजत देने का आरोप लगा है। इस आरोप के बाद विभाग ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि हेड मिस्ट्रेस ने स्कूल के एक क्लास में करीब 20 छोत्रों को नमाज पढ़ने की अनुमति दी थी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसके बाद यह कार्रवाई हुई है।
क्या तर्क है विभाग का
कर्नाटक स्कूली शिक्षा विभाग ने इस निलंबन पर अलग ही तर्क दिया है। विभाग का कहना है कि एक शिक्षक का फर्ज है कि वो छात्रों के अंगर राष्ट्रीय एकता और अखंडता की भावना को विकसित करें। लेकिन टीचर द्वारा ऐसे कार्य से छात्रों में अलगाववाद की भावना पलपेगी। यही नहीं विभाग ने आगे कहा कि स्कूल के अंदर धार्मिक सहिष्णुता, और परंपराओं का पालन होना चाहिए। बता दें कि
विभाग ने कर्नाटक सिविल कांडक्ट रूल्स 1966 के खिलाफ टीचर पर कार्रवाई की है और शिक्षक को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया है।