कर्नाटक: ईसाई मिशनरी स्कूल में पहले कुछ छात्रों से उतरवाई गई राखी, फिर कचरे में फेंकने के लिए किया गया मजबूर
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 13, 2022 08:01 AM2022-08-13T08:01:06+5:302022-08-13T08:09:21+5:30
ईसाई मिशनरी स्कूल में राखी उतरवाने और उसे कचरे में फेंकवाने को लेकर अभिभावक काफी नाराज दिखे थे। इस पर अभिभावकों का कहना था कि 'फ्रेंडशिप डे' पर स्कूल को कोई आपत्ति नहीं है तो 'रक्षा बंधन' की राखी पहनने की अनुमति देने में स्कूल प्रशासन को क्या हर्ज है।
बैंगलुरु:कर्नाटक के मेंगलुरु में एक ईसाई मिशनरी स्कूल में कुछ छात्रों को रक्षाबंधन की राखियों को कथित तौर पर उतारने और उन्हें कूड़ेदान में फेंकने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कुछ छात्रों को ऐसा करने के लिए मजबूर किया गया था जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया थ।
विवाद इतना बढ़ गया था कि मामले में पुलिस को दखल देनी पड़ी थी। एक तरफ जहां अभिभावकों ने इसे लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी, वहीं दूसरी ओर स्कूल के प्रिंसिपल का भी बयान सामने आया है।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार, मेंगलुरु में एक ईसाई मिशनरी स्कूल में कुछ छात्रों द्वारा पहने गए राखी को कथित तौर पर उतारवाया गया था और उसे कचरे में फेंकवाया गया था। बताया जा रहा है कि बच्चों को इसके लिए मजबूर किया गया था।
Mangaluru, Karnataka | Parents hold protest at Infant Merry English school after teachers remove rakhi from hands of students
— ANI (@ANI) August 12, 2022
We conducted a meeting of all staff. Those who did the mistake have apologized & issue has been resolved: Father Santosh Lobo, Convenor of the school pic.twitter.com/JAE4OUxcq2
इस घटना के बाद कुछ हिंदू कार्यकर्ताओं के साथ कुछ छात्रों के अभिभावकों ने शुक्रवार को कटिपल्ला में इन्फैंट मैरी इंग्लिश मीडियम हाई स्कूल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इस पर नाराज अभिभावकों ने सवाल किया कि 'फ्रेंडशिप डे' पर स्कूल को कोई आपत्ति नहीं है तो 'रक्षा बंधन' की राखी पहनने की अनुमति देने में क्या हर्ज है।
प्रिंसिपल ने दी सफाई
इस घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत कराने की कोशिश में जुट गई थी। मामले में बोलते हुए स्कूल के प्रधानाचार्य 'वंदनीय' संतोष लोबो ने नाराज अभिभावकों से कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि वह हमेशा से ही 'रक्षा बंधन' पर्व का स्वागत करते हैं क्योंकि उनका मानना है कि यह एक अच्छी परंपरा है। प्रिंसिपल ने यह भी कहा कि वे इसको लेकर एक मीटिंग भी किए है और जो भी दोषी है, उसे माफी मांगनी होगी और हम इस मुद्दे को सुलझा लेंगे।