कर्नाटकः शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी नेताओं को आमंत्रित करेंगे मल्लिकार्जुन खड़गे, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी भेजा जा सकता है न्योता
By अनिल शर्मा | Published: May 18, 2023 10:39 AM2023-05-18T10:39:56+5:302023-05-18T10:52:06+5:30
सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाए जाने के हाईकमान के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए डीके के भाई डीके सुरेश ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि मैं पूरी तरह से खुश हूं।
नयी दिल्लीः कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने के लिए लंबी मंत्रणा के बाद इस पर सहमति बन गई है कि सिद्धरमैया प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे तथा डीके शिवकुमार उपमुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। दोनों नेता 20 मई को बेंगलुरु में दोपहर 12:30 बजे शपथ लेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए विपक्षी नेताओं को आमंत्रित करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, गांधी परिवार, कांग्रेस के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बेंगलुरु में कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी न्योता भेजा जा सकता है।
सूत्रों ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे ने बुधवार देर रात लंबी बातचीत की और फिर दोनों नेताओं को इस फार्मूले पर राजी कर लिया गया। बेंगलुरु में गुरुवार शाम कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें इसकी आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।
सिद्धारमैया को मुख्यमंत्री बनाए जाने के हाईकमान के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए डीके के भाई डीके सुरेश ने कहा कि मुझे नहीं लगता है कि मैं पूरी तरह से खुश हूं। मगर कर्नाटक के हित के लिए पार्टी और डी.के. शिवकुमार और सभी को ये स्वीकार करना होगा। इस बीच कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार और सिद्धारमैया पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल के आवास पहुंचे हैं। डीके ने कहा कि "पार्टी आलाकमान ने फैसला लिया है।"
गौरतलब है कि कर्नाटक में पार्टी विधायक दल के नेता को चुनने के लिए पिछले 3 दिन से कांग्रेस में मंथन का दौर जारी था। कांग्रेस विधायक दल की गत रविवार शाम बेंगलुरु के एक निजी होटल में हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष खरगे को विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार दिया गया, जो कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनेगा।
राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीटें जीतीं।